जैन धर्म की विविधता में एकता की तलाश

जैन धर्म: एकता और समृद्धि की दिशा में : जैन धर्म विश्व के प्राचीनतम धर्मों में से एक है, जिसकी जड़ेंआदिकाल से जुड़ी हुई हैं। तीर्थंकर महावीर द्वारा प्रतिपादित सिद्धांतआज के संदर्भ में अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। वर्तमान समय में, जैन धर्म केपाँच मूल सिद्धांत-अहिंसा, सत्य, अस्तेय, ब्रह्मचर्य औरअपरिग्रह-समाज की अनेक जटिल समस्याओं का समाधान प्रस्तुतकरते … Continue reading जैन धर्म की विविधता में एकता की तलाश