समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बार फिर से महाकुंभ को लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने महाकुंभ भगदड़ मारे गए आंकड़ों को लेकर बीजेपी को घेरा और कहा कि सरकार मरने वालों के आंकड़े नहीं बता पाई लेकिन वहां आने वाले लोगों का आकड़ें खूब बता रही है. सपा अध्यक्ष लखनऊ में की प्रेस कॉन्फ़्रेंस में कवि उदय प्रताप सिंह की कविता का जिक्र कर कहा कि ‘ना तेरा है.. ना मेरा है, हिंदुस्तान सबका है. आज भी देश को इस कविता की जरुरत है.
अखिलेश यादव ने महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या पर व्यंग्य कसते हुए कहा कि भाजपा के लोग तो वह लोग हैं जो आंकड़ों में भी झूठ बोलते हैं कुंभ में जो हमारी जानकारी है कि अभी तक 60 करोड़ लोग स्नान कर चुके हैं लेकिन सरकार जानबूझकर सही आंकड़े नहीं दे रही है ताकि सरकार की मिस मैनेजमेंट की जानकारी ना लगे.
पिंपल्स या फिर दाग-धब्बे……..’कुछ लोगों के चेहरे पर अक्सर निकलते हैं!
महाकुंभ को लेकर फिर साधा निशाना
सपा अध्यक्ष ने कहा कि महाकुंभ भगदड़ में मारे गए लोगों का सही आंकड़ा नहीं दिया जा रहा है. सरकार डिजिटल कुंभ की बात कर रही है लेकिन सही डिजिट नहीं दे रही है. हमारी सरकार से मांग है कि बहुत सारे लोग जो अब तक नहीं आ पाये हैं वो आएं और स्नान करें. बहुत सारे बुजुर्ग नहीं आ पाये हैं. इसलिये कुम्भ का समय बढ़ा दिया जाए.
भाजपा ऐसा कर रही है जैसा लग रहा है की कुम्भ वही लेकर आए हैं. 144 साल वाली बात फर्ज़ी कहानी है. सरकार क्या माफी मांगेगी क्योंकि हर महाकुम्भ 144 साल बाद होती है. नक्षत्रों के हिसाब से भी देखा जा सकता है. 144 साल वाली कहानी बता रहे हैं, हमारे CM को अधिकारी बेवक़ूफ बना रहे हैं इसके लिये उनको बधाई.
सपा नेता की गिरफ्तारी पर उठाए सवाल
सपा नेता मनीष जगन अग्रवाल की गिरफ्तारी को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि उनसे उस विवाद के बाद सोशल मीडिया छीन लिया था. उसे व्यापारी समाज का अध्यक्ष बनाया गया था. व्यापारी परेशान हैं उनका पेज आप देखोगे तो वो आवाज उठा रहा था. लेकिन, पता नहीं क्या परेशानी है भाजपा को समाजवादी पार्टी मीडिया सेल से. मैं कहूंगा पुलिस को कि आप वर्दी छोड़ें कमिश्नर सिस्टम का सबसे ज्यादा फेलियर प्रयागराज में दिखा है.
भाजपा के लोग गलत शब्द का इस्तेमाल करेंगे तो समाजवादी पार्टी के लोग भी उसका जवाब देंगे. सोशल मीडिया पर भाजपा के लोग सपा के खिलाफ गलत भाषा का इस्तेमाल करते हैं उनके खिलाफ कुछ नहीं करते हैं.
