टेस्ट और टी20 क्रिकेट से संन्यास ले चुके विराट कोहली और रोहित शर्मा के लिए टीम इंडिया की राह अब घरेलू मैदानों से होकर गुजरेगी. भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने दोनों सीनियर खिलाड़ियों को स्पष्ट संदेश दिया है- अगर वनडे टीम में बने रहना है, तो घरेलू क्रिकेट खेलना अनिवार्य होगा.
सूत्रों के मुताबिक, बोर्ड और टीम प्रबंधन ने दोनों को बता दिया है कि जब भी अंतरराष्ट्रीय शेड्यूल में गैप मिले, वे विजय हजारे ट्रॉफी या अन्य घरेलू टूर्नामेंट में हिस्सा लें. इसका मकसद है कि सीनियर खिलाड़ियों की मैच फिटनेस और लय बनी रहे और वे लंबे ब्रेक के बाद सीधे इंटरनेशनल मैच में न उतरें.
रोहित शर्मा ने मुंबई क्रिकेट असोसिएशन (MCA) को सूचित कर दिया है कि वे विजय हजारे ट्रॉफी खेलने के लिए उपलब्ध रहेंगे. यह फैसला भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के उस सख्त निर्देश के बाद आया है, जिसमें कहा गया था कि वरिष्ठ खिलाड़ियों को टीम इंडिया में चयन की दावेदारी बनाए रखने के लिए घरेलू क्रिकेट में हिस्सा लेना अनिवार्य होगा, खासकर भविष्य की वनडे सीरीज और 2027 विश्व कप को ध्यान में रखते हुए.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, रोहित ने मुंबई टीम के अभियान में खेलने की पुष्टि कर दी है, जिसका आगाज 24 दिसंबर से होगा. यह तारीख घरेलू कैलेंडर में एकमात्र वनडे विंडो है, जो भारत की दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाली घरेलू वनडे सीरीज के बीच आती है.
हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में दोनों खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया था. रोहित शर्मा ने तीसरे मैच में शतक जड़ा, जबकि विराट कोहली ने शुरुआती दो जीरो के बाद नाबाद 87 रनों की पारी खेली. बावजूद इसके, बोर्ड नहीं चाहता कि इन अनुभवी खिलाड़ियों की मैच टच कमजोर पड़े.
सेलेक्शन कमेटी के चेयरमैन अजीत अगरकर पहले ही कह चुके हैं, ‘अगर खिलाड़ी फ्री हैं, तो उन्हें घरेलू क्रिकेट खेलना चाहिए. यही उन्हें शार्प और तैयार रखता है.’
रोहित इन दिनों मुंबई के शरद पवार इंडोर अकादमी में अभ्यास कर रहे हैं और संकेत दिए हैं कि वे सैयद मुश्ताक अली टी20 टूर्नामेंट के लिए भी उपलब्ध रहेंगे. वहीं. कोहली फिलहाल लंदन में हैं, लेकिन बोर्ड को उम्मीद है कि वे भी भारत लौटकर घरेलू मैदान पर उतरेंगे.
पिछले सीजन में दोनों ने एक-एक रणजी मैच खेला था- कोहली 12 साल बाद दिल्ली के लिए और रोहित 10 साल बाद मुंबई के लिए खेले थे. उस वक्त रोहित ने कहा था कि लगातार अंतरराष्ट्रीय शेड्यूल के कारण घरेलू क्रिकेट के लिए समय निकालना मुश्किल होता है, लेकिन अब हालात बदल चुके हैं.
हालांकि अगरकर ने यह भी साफ किया है कि अगले वनडे वर्ल्ड कप 2027 के लिए न तो कोहली और न ही रोहित किसी ‘ट्रायल’ पर हैं. उनके शब्दों में, ‘दोनों ने भारतीय क्रिकेट को बहुत कुछ दिया है. अब टीम की दिशा उनके अनुभव, फिटनेस और उपलब्धता से तय होगी.’
BCCI का इशारा साफ है- टीम इंडिया में रहना अब सिर्फ नाम या रिकॉर्ड पर निर्भर नहीं करेगा, बल्कि इस पर कि खिलाड़ी घरेलू मैदानों की धूल फांकने को कितना तैयार है. अगर कोहली और रोहित वहां उतरते हैं, तो यह भारतीय क्रिकेट के लिए एक मजबूत मिसाल बनेगी.





