छोटे शहरों में लॉन्च हो रहे ज्यादा प्रोजेक्ट
जेएलएल की रिपोर्ट का कहना है कि 2030 तक देश में 60 फीसदी नए मकान खरीदने वाले मिलेनियल और Zen-G होंगे। इसका मतलब कि 1990 के दशक से लेकर 2000 के दशक में पैदा हुए लोगों की मकान खरीदने में ज्यादा हिस्सेदारी होगी।
कितने लोगों के पास होगा अपना घर?
बड़े शहरों में घट रही बिक्री
मूल्य के लिहाज से बिक्री 16 प्रतिशत बढ़कर 5.68 लाख करोड़ रुपये हो जाएगी। जमीन, मजदूरी और कुछ कच्चे माल की बढ़ती दरों के कारण इस साल सात प्रमुख शहरों में औसत आवास की कीमतों में 21 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
क्या है बिक्री घटने का कारण
भारत की प्रमुख हाउसिंग ब्रोकरेज फर्मों में से एक एनारॉक ने 2024 के दौरान बिक्री की मात्रा में गिरावट का कारण आम और विधानसभा चुनावों के बीच नियामक अनुमोदन में देरी के कारण आवास परियोजनाओं के नए लॉन्च में गिरावट को बताया। फिर भी, आवास की कीमतों में बढ़ोतरी ने इस वर्ष के दौरान मूल्य के लिहाज से बिक्री को बढ़ाने में मदद की।
रियल एस्टेट कंसल्टेंट एनारॉक ने गुरुवार को अपने आवास बाजार के आंकड़े जारी किए, जिसमें 2023 में 4,76,530 इकाइयों की तुलना में 2024 के दौरान सात प्रमुख शहरों में बिक्री में मामूली 4 प्रतिशत की गिरावट के साथ 4,59,650 इकाई रह गई।