प्रयागराज महाकुंभ में एक बड़ा हादसा टल गया। संगम मध्य में सोमवार को श्रद्धालुओं से भरी एक नाव अचानक अनियंत्रित होकर पलट गई। नाव डूबने लगी। इसमें कुल 17 श्रद्धालु सवार डूबने लगे। श्रद्धालुओं की चीख-पुकार सुनकर ड्यूटी पर तैनात एनडीआरएफ व एसडीआरएफ के जवानों ने तत्परता दिखाई। सभी को सुरक्षित बचाकर बाहर लाया गया। सुरक्षित बचाए गए सभी श्रद्धालुओं को प्राथमिक उपचार दिया गया जिसके बाद सभी ने बचावकर्मियों को धन्यवाद दिया।
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तीर्थराज प्रयाग में प्रतिदिन करोड़ों श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में डुबकी लगा रहे हैं। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने जानकारी दी कि सोमवार को 17 यात्रियों से भरी एक नौका गंगा नदी में अनियंत्रित होकर पलट गई लेकिन बचाव कर्मियों ने सभी को सुरक्षित बचा लिया। एनडीआरएफ के एक बयान के मुताबिक एनडीआरएफ बचाव कर्मियों ने नौ श्रद्धालुओं को सुरक्षित बचाया, जबकि आठ अन्य श्रद्धालुओं को राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) एवं अन्य बचाव एजेंसियों द्वारा सुरक्षित निकाला गया। बयान में कहा गया कि यात्रियों से भरी एक नौका गंगा नदी में अनियंत्रित होकर डूब गई और उसमें सवार श्रद्धालु पानी में डूबने लगे। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर गश्त लगा रहे एनडीआरएफ के बचाव कर्मियों ने बिना समय गंवाए वहां पहुंचकर श्रद्धालुओं को सुरक्षित बाहर निकाला।
इससे पहले 25 जनवरी शनिवार को भी संगम के किला घाट पर हादसा हो गया था। दरअसल महाकुंभ में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की नाव अचानक अनियंत्रित होकर पलट गई। इस नाव में 10 लोग सवार थे। एनडीआरएफ की टीम ने नदी में छलांग लगा कर सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित बचा लिया था।
