जयपुर : राजस्थान में नए मुख्यमंत्री भजनलाल के बनने के बाद बीजेपी का अगला मिशन अब नए मंत्रिमंडल को लेकर है। नए मुख्यमंत्री भजनलाल 15 दिसंबर को अपने पद की शपथ लेंगे। इधर, नए मंत्रिमंडल के गठन को लेकर जमकर सियासी अटकलों का बाजार गर्म है। सियासी जानकार संभावित मंत्रियों को लेकर अपने-अपने समीकरण बता रहे हैं। चर्चा है कि नए मंत्रिमंडल में RSS से जुड़े हुए चेहरों को अधिक प्राथमिकता मिल सकती है। इसके अलावा लोकसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी जातिगत समीकरणों को भी ध्यान में रखेगी। इधर, सियासत की नजरे इस बात पर भी टिकी हुई है कि मुख्यमंत्री नहीं बनाए जाने के बाद अब वसुंधरा के समर्थक विधायकों को मंत्रिमंडल में कितना स्थान मिलेगा? इसके सियासी कयास लगाए जा रहे हैं।
फेज में करीब 20 मंत्री बनाने की संभावना
नए मुख्यमंत्री भजनलाल 15 दिसंबर को रामनिवास बाग में सुबह 11 बजे अपने पद की शपथ लेंगे। उनके साथ दो डिप्टी सीएम और करीब 17 अन्य मंत्रियों के शपथ लेने की भी संभावनाएं बताई जा रही है। माना जा रहा है कि जिस तरह बीजेपी ने संघ और संगठन से जुड़े हुए भजनलाल को मुख्यमंत्री चुनकर सबको चौंका दिया। वैसे ही मंत्रिमंडल में भी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े हुए पार्टी के विधायकों को प्राथमिकता मिल सकती है। इसको लेकर सियासी अटकलें जमकर चर्चा में है।
वसुंधरा राजे समर्थकों को कितनी मिलेगी तवज्जों ?
बीजेपी की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के रहते हुए नए चेहरे भजन लाल को मुख्यमंत्री बनाया गया। हालांकि यह काम बेहद जटिल था। लेकिन बीजेपी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को भेज कर विशेष रणनीति के तहत इसको अंजाम दिया। ऐसे में अब सियासी सवाल उठ रहा है कि क्या अब मंत्रिमंडल में वसुंधरा खेमे के विधायकों को तवज्जो मिलेगा? ऐसे में राजनाथ सिंह की ओर से वसुंधरा को उनके समर्थकों को मंत्रिमंडल में मौका देने का आश्वासन दिए जाने के कयास भी लग रहे हैं। वहीं दूसरी ओर यह भी सियासी गलियारों में चर्चा है कि बीजेपी वसुंधरा राजे के समर्थक विधायकों को शायद ही मौका दे। कयास हैं कि वसुंधरा समर्थकों के मंत्री बन जाने पर मन्त्रिमण्डल में अनावश्यक हस्तक्षेप कर सकती हैं। जो शायद पार्टी हाईकमान को मंजूर ना हो। सियासत में चर्चा है कि जिस तरह बीजेपी ने मुख्यमंत्री के रूप में नए चेहरे भजन लाल को मौका दिया। वैसे ही विधायकों के नए चेहरों को मंत्रिमंडल में मौका दे सकती है।
यह विधायक गृहमंत्री की दौड़ में
गृह मंत्री की दौड़ में संभावित चेहरों को लेकर अटकलें लगाई जा रही है। इनमें दिया कुमारी, बाबा बालक नाथ, किरोड़ी लाल मीणा, राजेंद्र राठौड़ और सतीश पूनिया को लेकर सियासी चर्चाएं हैं। भले ही राठौड़ और पूनिया चुनाव हार चुके हैं। लेकिन अनुभव के मामले में दोनों नेता काफी आगे हैं। ऐसे में विधानसभा चुनाव के दौरान दोनों ने काफी मेहनत की। इसको पार्टी नजरअंदाज नहीं सकती हैं। इसको लेकर बीजेपी राठौड़ और पूनिया को गृहमंत्री के तौर पर बड़ी सौगात दे सकती है।
इन विधायकों के नाम को लेकर भी जमकर चर्चाएं
बीजेपी ने चार धर्म गुरुओं ओटाराम देवासी, महंत बालक नाथ, बाल मुकुंद आचार्य और महंत प्रताप पुरी के नाम भी मंत्रिमंडल में शामिल होने को लेकर चर्चा में है। इसी तरह तीन से चार महिला मंत्री बनाने की भी संभावना बताई जा रही है। इनमें अनीता भदेल, दिप्ती माहेश्वरी, नोक्षम चौधरी और सिद्धि कुमारी शामिल है। इसके अलावा बीजेपी के मंत्रिमंडल में कई ऐसे विधायक हैं। जो मंत्री बनने के दावेदार हैं। इनमें विश्वराज मेवाड़, मदन दिलावर, जोगेश्वर गर्ग पुष्पेंद्र सिंह राणावत, जितेंद्र गोठवाल, गोपाल शर्मा, जवाहर सिंह बेडम, जगत सिंह, हंसराज पटेल, पब्बाराम बिश्नोई, हीरालाल नागर, भैरा राम चौधरी, लालाराम बैरवा, संजय शर्मा, लादू लाल पिपलिया, जयदीप बिहाणी और ताराचंद जैन के नाम भी मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं।
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Harmoni Stokes