राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से सवाल किया है कि जयपुर के महेश नगर थाने में राजस्थान सरकार के वरिष्ठ मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा के खिलाफ राजकार्य में बाधा का मामला किसके कहने पर दर्ज किया गया?
सांसद बेनीवाल ने कहा कि एसओजी ने राजस्थान में एसआई भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के प्रमाण दिए हैं। ऐसे में इस भर्ती को रद्द करवाने की मांग कर रहे मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा के खिलाफ दर्ज मामला समझ से परे है। उन्होंने सवाल उठाया कि आंदोलित छात्रों से जानकारी लेने के प्रयास में आखिर कौन सा राजकार्य बाधित हुआ।
बेनीवाल ने यह भी कहा कि एक मंत्री का यह कहना कि “सरकार मेरी है, तो क्या मैं अन्याय सहन करूंगा” स्पष्ट करता है कि भाजपा सरकार बेरोजगारों के मुद्दों पर असंवेदनशील है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की कथनी और करनी में अंतर है। एसओजी, पुलिस मुख्यालय और एडवोकेट जनरल द्वारा भी भर्ती को रद्द करने की सिफारिश की जा चुकी है लेकिन सरकार अब तक इस पर चुप है।
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किसानों के मुद्दे पर जताई नाराजगी
सांसद हनुमान बेनीवाल ने शंभु बॉर्डर पर किसानों पर हुए लाठीचार्ज की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि देश के किसान अपनी वाजिब मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं, लेकिन केंद्र सरकार अपनी हठधर्मिता पर अड़ी हुई है।
बेनीवाल ने कहा कि समर्थन मूल्य पर खरीद की गारंटी का कानून बनाने सहित अन्य मांगों को लेकर किसान लगातार आंदोलन कर रहे हैं। इसके बावजूद केंद्र सरकार केवल किसानों को गुमराह करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय और कृषि मंत्री को ट्वीट कर किसानों की मांगों पर त्वरित संज्ञान लेने और सकारात्मक हल निकालने की अपील की।