Rajasthan Makar Sankranti: बीते दिन पिंक सिटी के नाम से मशहूर जयपुर का आसमान रंग-बिरंगी पतंगों से भरा रहा. दिन भर लोग ने छतों, मैदानों व गलियों से जमकर पतंगबाजी की. लेकिन इस दौरान 44 लोग मांझे से घायल भी हुए. जिसमें 17 बच्चे शामिल है. सभी का अस्पताल में इलाज चल रहा है.
जयपुर में मकर संक्रांति पर पतंगबाजी के कारण अब तक कुल 44 लोग घायल हो गए हैं. इन 44 लोगों में से 17 बच्चे हैं. जयपुर के सवाई मानसिंह हॉस्पिटल के ट्रॉमा सेंटर में सभी इलाज किया जा रहा है. घायलों में 10 से ज्यादा ऐसे मरीज हैं, जिनके सिर में चोट आई है. वहीं 11 लोगों को मांझे से चेहरे, हाथ और गले पर कट लगे हैं. डॉक्टर ने बताया कि करीब 10 गंभीर मरीजों को पोलीट्रॉमा वार्ड में भर्ती भी किया गया है.
बता दें कि शहर में अनेक जगह मांझे से पक्षी भी घायल हुए हैं. इनके इलाज की भी व्यवस्था की गई है. विभिन्न सामाजिक संगठनों ने पक्षियों को बचाने और उनके उपचार के लिए शहर में कई जगह शिविर लगवाए हैं. सोमवार रात को हांडीपुरा इलाके एवं हल्दियों का रास्ता समेत कई बाजारों में पतंगों और मांझे खूब बिका.
जयपुर में मंगलवार को दिन की शुरुआत में खिली धूप से हुई. पिछले दो दिन की तुलना में आसमान काफी साफ था और पतंगबाजी के लिए अनुकूल हवा थी. राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा व उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने जयपुर में जल महल पर पतंग उत्सव की शुरुआत गुब्बारे एवं पतंग को उड़ाकर की थी.