राजस्थान आदिवासी मीणा सेवा संघ सीकर जिलेभर की तहसीलों में कार्यकारिणी चुनावों को लेकर चल रही भ्रांति का पटाक्षेप संघ प्रदेशाध्यक्ष रामकेश मीणा ने मंगलवार को विराम लगा कर वीरेंद्र मीणा को संघ सीकर जिलाध्यक्ष बनाकर तीन माह में सीकर जिले भर की तहसीलों के चुनाव करके रिपोर्ट प्रदेश कार्यालय को भेजने के निर्देश दिए। प्रदेशाध्यक्ष रामकेश मीणा ने बताया कि राजस्थान आदिवासी मीणा सेवा संघ सीकर की जिला कार्यकारिणी के निर्वाचन कराने हेतु पिछले कई महिनों से किए जा रहे विचार विर्मश उपरान्त निर्णय लिया गया है कि सीकर जिले के चुनाव करवाया जाना अति आवश्यक है।
इसको लेकर वीरेन्द्र कुमार मीना को जिला अध्यक्ष के पद पर अग्रिम आदेशो तक मनोनीत किया जाता है, साथ ही निर्देश दिए जाते है कि वे 3 माह के अन्दर जिला एवं तहसीलों के चुनाव करवाकर रिर्पोट प्रदेश को भिजवाना सुनिश्चित करावे। नवनियुक्त जिलाध्यक्ष वीरेंद्र मीणा ने कहा कि सीकर जिले के मीणा समाज को एकजुट करके समस्त 12 तहसीलों के चुनाव कार्यक्रम चुनाव पर्यवेक्षक व अधिकारी नियुक्त करके करवाए जाएंगे। गत दिनों जो भी सदस्यता के लिए रसीदें काटी जा रही है, वो मान्य नहीं है कोई भी समाजबंधु यह रसीदें नहीं कटवाए। समाज के प्रत्येक समाजबंधु एकजुट होकर चुनावी प्रक्रिया में भाग ले, तथा समाज उत्थान, विकास, नवाचार में भागीदारी निभाएं। इस दौरान प्रदेश उपाध्यक्ष कैलाश खारडा, जयपुर जिलाध्यक्ष कन्हैया लाल मीणा मौजूद थे।
जिलाध्यक्ष ने पूर्व में जारी अधिसूचना को किया निरस्त:-
इधर पूर्व प्रदेशाध्यक्ष को सीकर जिलाध्यक्ष सांवरमल मीणा ने प्रदेशाध्यक्ष को सूचित करते हुए एक पत्र जारी किया जिसमें लिखा था कि सीकर की समस्त तहसीलों के निर्वाचन की प्रेस विज्ञप्ति जो पूर्व में जारी की गई थी, उस विज्ञप्ति के अनुसार निर्वाचन हेतु नियुक्त निर्वाचन अधिकारी / पर्यवेक्षको को पदच्युत करते हुए समस्त तहसीलों के निर्वाचन कार्यक्रमों को निरस्त कर दिया जाता है। तहसीलों के निर्वाचन कार्यक्रम प्रान्तीय कार्यकारिणी के प्रदेशाध्यक्ष द्वारा जारी विज्ञप्ति के आधार पर अलग से जारी किया जायेगा।
पूर्व में जारी प्रेस विज्ञप्ति के आधार पर यदि किसी तहसील का निर्वाचन हो गया है तो वह भी निरस्त समझा जाए। अब प्रदेशाध्यक्ष रामकेश मीणा ने मंगलवार को वीरेंद्र मीणा को सीकर जिलाध्यक्ष नियुक्त करके तहसीलों, जिला के चुनाव करवाने के निर्देश दिए हैं।
