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October 8, 2025 6:35 pm

कलेक्टर के आदेशों की निजी शिक्षण संस्थान उड़ा रहें सरेआम धज्जियां

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दिया तले अंधेरा – कलेक्टर ऑफिस से महज 1 किलों. मीटर के दायरे में धड़ल्ले से चल रहां – स्कूल

  1. दौसा। दिया तले अंधेरा वालीं कहावत तो आप ने सुनीं हीं होंगीं। जी हाँ यह कहावत अब दौसा जिला मुख्यालय से महज एक किलों मीटर पर स्थित खान भांकरी रोड़ पर एलआईसी ऑफिस के सामनें ओम साईं सीनियर सेकेंडरी स्कूल दौसा में जिला कलेक्टर के आदेशों को ताक पर रखकर आदेशों की धज्जियां उड़ती नजर आयीं। ऐसें में यह कहावत चरितार्थ होतीं नजर आ रहीं हैं। जहाँ एक और प्रदेशभर में हाड़ कपा देनें वालीं शीतलहर को देखतें हुएं प्रदेश के सभी जिला कलेक्टरों ने सरकारी तथा गैर सरकारी विद्यालयों में कक्षा 1 से 7 वीं तक सभी विद्यार्थियों की छुट्टी की घोषणा कर रखीं हैं।
  2. वहीं आदेशों की पालना नहीं करने वालें शिक्षण संस्थानों के खिलाफ सख्त कार्यवाहीं करने के आदेशों के बावजूद भी जिला मुख्यालय पर प्रसाशन की नाक के नीचें ओम साईं सीनियर सेकेंडरी स्कूल दौसा में कलेक्टर के आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रहीं हैं। वहीं आप को बता दे कि पूर्व दौसा जिला कलेक्टर कमर चौधरी ने प्रदेशभर में बढ़ती हुई सर्दी के चलतें सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों में 10 तारीख तक छुट्टी के आदेश दियें थें।
  3. इसके बाद में वर्तमान जिला कलेक्टर देवेंद्र कुमार ने भी छुट्टियों को 11 तारीख से 13 जनवरी तक बढ़ाने के आदेश जारी कर दिए थें। लेकिन इसमें मजे की बात यह हैं कि दौसा में कुछ शिक्षण संस्थाएं न जानें कौन सी पहुंच के चलतें जिलें के आला अधिकारियों के आदेशों को भी खुलेआम ठेंगा दिखाते हुएं नजर आ रहें हैं।
  4. 13 तारीख तक कक्षा 7 वीं तक के बच्चों की छुट्टी के स्पष्ट आदेशों बावजूद भी खान भाकरी रोड़ स्थित ओंम साईं सीनियर सेकेंडरी स्कूल के स्टाफ द्वारा कक्षा 4 से 7 तक के करीब 350 विद्यार्थियों को नियमित विद्यालय में सुबह 8 बजें बुलवाया जा रहां हैं और दोपहर 2 बजें स्कूल से छोड़ रहें हैं। इस बात का खुलासा बच्चों को स्कूल छोड़ने वालें वाहन में बैठें छोटे बच्चों से मीडियाकर्मी ने बात की गई तो उन्होंनें स्पष्ट कहाँ कि हमें छुट्टी की कोई सूचना नहीं हैं। हम नियमित रूप से स्कूल आ रहें हैं। ऐसें में कुल मिलाकर शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों की मिलीभक्त होनें का मामलें में अंदेशा हैं। जिसकें चलतें धड़ल्ले से छोटी कक्षाओं को नियमित रूप से विद्यालय में बुलाया जाता हैं। जो इस भीषण सर्दी में भी बच्चों के साथ अमानवीय कृत्य के साथ हीं जिला प्रशासन के आदेशों की सीधी सट्ट हीं अवहेलना माना जाएगा।
  5. हालांकि इस मामलें में जब जिला प्रशासन के आदेशों की अवहेलना करने की पड़ताल की गई तो कुछ लोगों ने अपनीं नेतागिरी चमकाने और स्कूलों की दलाली करने के चलतें भी अनावश्यक हस्तक्षेप करने का प्रयास भी किया। हालाकी अब देखनें वालीं बात यह होगीं कि दीयें के नीचे अंधेरा रहता हैं या फिर विद्यालय के खिलाफ कोई सख्त कार्यवाहीं अमल में लाई जावेगी या नहीं ।
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