मेजा में बोलेरो-बस की टक्कर के बाद मौके पर कोहराम मच गया। एक तरफ बोलेरो में लाशें फंसी पड़ी थीं, दूसरी ओर बस में खून से लथपथ श्रद्धालुओं में चीखपुकार मची थी। मौके पर सबसे पहले पहुंचने वाले पेट्रोलपंप कर्मचारियों के साथ ही ग्रामीण भी यह देखकर स्तब्ध थे। हादसे की भयावहता इसी से समझी जा सकती है कि बोलेरो में फंसे शवों को निकालने में ही 2.5 घंटे का वक्त लग गया।
वह साथी कर्मचारियों संग मौके पर पहुंचे तो देखा कि बोलेरो में लोग मृत पड़े थे। दूसरी ओर बस के भीतर चीखपुकार मची थी। कुछ देर बाद खून से लथपथ यात्री बदहवास हाल में नीचे उतरे। यह देख सभी स्तब्ध रह गए। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई.
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वाहन में बुरी तरह फंस गए थे शव
पुलिस मौके पर पहुंची और घायल लोगों को एंबुलेंस बुलवाकर अस्पताल भेजवाया। दूसरी ओर कुछ पुलिसकर्मियों ने शवों को निकालने का प्रयास किया लेकिन नाकाम रहे। बोलेरो इस कदर क्षतिग्रस्त हुई थी कि शव इसमें बुरी तरह फंस गए थे। दरवाजे भी नहीं खुल पा रहे थे। इसके बाद वेल्डर को बुलवाया गया। उसने गैस कटर से बोलरो के दरवाजे व अन्य हिस्से को काटा तब जाकर एक-एक कर शव बाहर निकाले जा सके। इसमें 2.5 घंटे का वक्त लग गया। भोर में 4:30 बजे के करीब सभी शवों को बाहर निकालकर मर्चरी भेजवाया गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने यह भी बताया कि ज्यादातर मृतकों के सिर में चोटें आईं और माना जा रहा है कि यही चोटें उनके लिए घातक साबित हुईं। कुछ लोगों के हाथ-पांव व सीने में भी चोटें आईं। शवों की हालत देख पुलिसकर्मी भी स्तब्ध थे.
बता दें कि प्रयागराज-मिर्जापुर हाईवे पर मेजा में शुक्रवार देर रात श्रद्धालुओं से भरी बोलेरो-बस में आमने-सामने से भिड़ंत हो गई। इसमें छत्तीसगढ़ से संगम आ रहे बोलेरोसवार सभी 10 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। जबकि संगम स्नान कर वाराणसी जा रहे रायगढ़, मप्र निवासी बससवार 19 श्रद्धालु जख्मी हो गए। घायलों को मेजा के रामनगर सीएचसी में भर्ती कराया गया है।
छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के 10 श्रद्धालु बोलेरो से संगम आ रहे थे। उधर संगम स्नान के बाद मप्र के रायगढ़ निवासी 38 श्रद्धालु मिर्जापुर होते हुए वाराणसी जाने के लिए निकले थे। रात दो बजे के आसपास हाईवे पर मनु का पुरवा गांव के सामने बोलेरो व बस में भिड़ंत हो गई। इसमें बोलेरो के परखच्चे उड़ गए और बस का भी अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया।
उधर हादसे में बस में सवार 19 श्रद्धालु भी चोटिल हुए। उन्हें मेजा के रामनगर सीएचसी भेजा गया। जहां देर शाम तक उनका इलाज चलता रहा। डॉक्टरों ने इन सभी की हालत खतरे से बाहर बताई है। सुबह छह बजे के करीब पुलिस आयुक्त तरुण गाबा व डीएम रविंद्र मांदड़ भी घटनास्थल पर पहुंचे।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि हादसा अचानक बोलेरो के रांग साइड पर आने के कारण हुआ। मौका मुआयना के बाद पुलिस अफसरों का भी यही कहना है। बताया जा रहा है कि शहर की ओर जा रही बोलेरो अचानक हाईवे की प्रयाराज से मिर्जापुर जाने वाली लेन पर आ गई और तभी सामने से बस आ गई। आशंका जताई जा रही है कि चालक के नियंत्रण खो देने की वजह से ऐसा हुआ और इसकी वजह झपकी आना हो सकता है।
