एक तरफ जहां पूरा विपक्ष गृह मंत्री अमित शाह को आंबेडकर वाले बयान पर घेरने की कोशिश कर रही है वहीं अब इस कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आ गए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक के बाद एक कई ट्वीट करते हुए कांग्रेस पर हमला बोला. पीएम मोदी ने कहा,’अगर कांग्रेस और उसका सड़ा हुआ तंत्र यह सोचता है कि उनके दुर्भावनापूर्ण झूठ उनके कई सालों के कुकर्मों, खासकर डॉ. आंबेडकर के प्रति उनके अपमान को छिपा सकते हैं, तो वे बहुत बड़ी गलतफहमी में हैं.’
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पीएम मोदी ने गिनवाए ‘चार पाप’
पीएम मोदी ने दूसरे ट्वीट में कहा,’भारत के लोगों ने बार-बार देखा है कि कैसे एक वंश के नेतृत्व वाली एक पार्टी ने डॉ आंबेडकर की विरासत को मिटाने और एससी/एसटी समुदायों को अपमानित करने के लिए हर संभव गंदी चाल चली है.’ पीएम मोदी आगे कहते हैं,’डा आंबेडकर के प्रति कांग्रेस के पापों की सूची में शामिल हैं, उन्हें एक बार नहीं बल्कि दो बार चुनावों में हराना, पंडित नेहरू ने उनके खिलाफ प्रचार किया और उनकी हार को प्रतिष्ठा का मुद्दा बनाया. उन्हें भारत रत्न देने से इनकार करना, संसद के सेंट्रल हॉल में उनके चित्र को गौरवपूर्ण स्थान न देना.’
वर्षों तक सत्ता में लेकिन कुछ नहीं किया: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा,’कांग्रेस चाहे जितनी कोशिश कर ले लेकिन वे इस बात से इनकार नहीं कर सकते कि एससी/एसटी समुदायों के खिलाफ सबसे भयानक नरसंहार उनके शासन में हुए हैं. वे सालों तक सत्ता में रहे लेकिन एससी और एसटी समुदायों को मजबूत बनाने के लिए कुछ भी ठोस नहीं किया.
दुख बात है लोग सच्चाई जानते हैं
पीएम नरेंद्र मोदी ने संसद में गृह मंत्री द्वारा दिए गए बयान का वीडियो ट्वीट में अटैच करते हुए लिखा,’संसद में गृह मंत्री अमित शाह जी ने डॉ आंबेडकर का अपमान करने और एससी/एसटी समुदायों की अनदेखी करने के कांग्रेस के काले इतिहास को उजागर किया. उनके के ज़रिए प्रस्तुत तथ्यों से वे साफ तौर पर हैरान हैं. यही वजह है कि वे अब नाटकबाजी में शामिल हो गए. उनके लिए दुख की बात है कि लोग सच्चाई जानते हैं.’
कांग्रेस पर हमलावर क्यों हुए पीएम मोदी?
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर के अपमान का आरोप लगाया और कहा कि उन्हें अपने पद से तत्काल इस्तीफा देना चाहिए साथ ही देश से माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने संसद परिसर में पत्रकारों के साथ बातचीत में यह दावा भी किया कि शाह की टिप्पणी का यह मतलब था कि बाबासाहेब का नाम लेना भी गुनाह है. खरगे ने आरोप लगाया कि अमित शाह और भाजपा के लोगों के दिमाग में जो ‘मनुस्मृति’ और आरएसएस की विचारधारा है, वह दर्शाती है कि वे बाबासाहेब के संविधान का आदर नहीं करते.
आंबेडकर क्या कहा था अमित शाह ने?
बता दें कि कांग्रेस और विपक्षी दलों का आरोप है कि अमित शाह ने राज्यसभा में ‘भारत के संविधान की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा’ विषय पर दो दिन तक चली चर्चा का जवाब देते हुए मंगलवार को अपने संबोधन के दौरान बाबासाहेब का अपमान किया. मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने शाह के संबोधन का एक वीडियो भी जारी किया जिसमें गृह मंत्री विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए यह कहते सुने जा सकते हैं ,’अभी एक फैशन हो गया है- आंबेडकर, आंबेडकर… इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता.’