प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 30 मार्च को नागपुर का दौरा करने की उम्मीद है. सूत्रों के अनुसार, पीएम मोदी 30 मार्च को वर्ष प्रतिपदा के अवसर पर नागपुर स्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के मुख्यालय जाएंगे. पीएम मोदी के साल 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद संघ मुख्यालय में उनका यह पहला दौरा होगा. इससे पहले पीएम मोदी और संघ प्रमुख मोहन भागवत की आखिरी मुलाकात पिछले साल 22 जनवरी को राम मंदिर के उद्घाटन समारोह के दौरान हुई थी.
वर्ष प्रतिपदा यानि साल के पहले दिन पीएम मोदी आरएसएस के संस्थापक और पहले सर संघचालक केशव बलिराम हेडगवार को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे. संघ में वर्ष प्रतिपदा का खासा महत्व होता है और इसे साल के पहले दिन के तौर पर मनाया जाता है.
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पीएम मोदी उस दिन सुबह 10 बजे माधव नेत्रालय के नए भवन के उद्घाटन में शामिल होंगे. इस कार्यक्रम में संघ भागवत भी मौजूद रहेंगे. नागपुर के हिंगना रोड पर करीब 6 एकड़ जमीन पर माधव नेत्रालय अस्पताल एवं शोध संस्थान की पांच लाख वर्ग फीट की भव्य इमारत बनाई जाएगी. करीब 517 करोड़ रुपये में 250 बेड वाले इस मेडिकल कॉलेज विंग का निर्माण किया जाएगा. यह परियोजना सामाजिक संगठनों और व्यक्तिगत चंदा के जरिए पूरी की जाएगी. अस्पताल खोले जाने की कोशिश साल 2017 में की गई थी जिसमें जब संघ के प्रति संवेदना रखने वाले कई जाने-माने उद्योगपतियों ने चंदा दिया था.
भागवत के साथ मंच भी साझा करेंगे PM मोदी
मिली जानकारी के मुताबिक स्मृति मंदिर ट्रस्ट के प्रमुख के रूप में पूर्व सरकार्यवाह सुरेश जोशी उर्फ भैयाजी जोशी रेशिमबाग में प्रधानमंत्री का स्वागत करेंगे. रेशिमबाग स्थित डॉक्टर हेडगवार को श्रद्धासुमन अर्पित करने के बाद पीएम मोदी नागपुर में संघ के प्रकल्प केशव नेत्र चिकित्सालय के एक विशेष कार्यक्रम में भी शामिल होंगे. अब तक यहां पर आंखों का इलाज होता था लेकिन अब इसमें आंखों के लिए स्पेशलाइज्ड डॉक्टरों की पढ़ाई की शुरुआत होगी. ये अपने तरह का पहला मेडिकल कॉलेज होगा जहां सिर्फ आंखों के लिए पढ़ाई होगी.
केशव आई हॉस्पिटल एंड कॉलेज की आधारशिला पीएम मोदी रखेंगे. इस कार्यक्रम में संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत भी हिस्सा लेंगे. कार्यक्रम में पीएम मोदी और भागवत के साथ एक साथ मंच साझा करने की उम्मीद है. कार्यक्रम के बाद पीएम मोदी और भागवत की अलग से मुलाकात और बातचीत भी हो सकती है.
संघ को लेकर खुलकर चर्चा कर रहे PM मोदी
पिछले कुछ समय में पीएम मोदी ने लगातार 3 बार पब्लिक फोरम पर आरएसएस के साथ अपने संबंधों पर खुलकर चर्चा की है. पीएम ने सबसे पहले पिछले साल विजयादशमी के दिन संघ स्थापना दिवस पर सोशल मीडिया पर अपने एक पोस्ट में आरएसएस की तारीफ की थी.
इसके बाद पिछले महीने 21 फरवरी को मराठी लिटरेचर उत्सव के दौरान राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी-एसपी) अध्यक्ष शरद पवार की मौजूदगी में प्रधानमंत्री ने संघ और अपने जीवन पर उसके प्रभाव की बात की थी. तीसरी बार कल 16 मार्च को एक अमेरिकी पॉडकास्टर लैक्स फ्रिडमैन को दिए इंटरव्यू में भी संघ की जमकर तारीफ की थी. अब वह 30 मार्च को नागपुर जाकर डॉक्टर हेडगवार को नमन करेंगे.
नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद यह पहला मौका होगा जब वे मोहन भागवत के साथ कोई मंच साझा करेंगे. माधव नेत्रालय का नया भवन हिंगना रोड पर वासुदेव नगर मेट्रो स्टेशन के पास करीब 6.8 एकड़ में फैला है. इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस, केंद्रीय सड़क मंत्री नितिन गडकरी, गोविंद गिरी महाराज और अवधेशानंद महाराज भी शामिल होंगे.
RSS और BJP के बीच रिश्तों की मजबूती
पीएम मोदी का संघ के प्रति लगाव, झुकाव और रिश्ता कोई नहीं बात नहीं लेकिन कुछ महीनों के अंदर ही लगातार तीन बार आरएसएस की तारीफ करना और फिर नागपुर संघ मुख्यालय जाने को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा गरम है.
कयास लगाए जा रहे हैं कि पीएम मोदी के नागपुर दौरे से संघ और बीजेपी के बीच के रिश्तों को और मजबूती मिलेगी. इस दौरे से इस बात पर भी विराम लगेगा जिसमें दिल्ली और नागपुर के बीच बढ़ती खाई की बात को हवा दी जाती रही है. पीएम के नागपुर दौरे से बीजेपी को नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति में भी नया आयाम सामने आएगा.
