यूक्रेन और रूस के बीच इस्तांबुल में बुधवार को तीसरे दौर की वार्ता शुरू होने जा रहा है. बातचीत शुरू होने से पहले ही रूस ने एक बार फिर यूक्रेन पर हमला कर यदिया है. इस हमले में तीन शहरों को निशाना बनाया गया, जिसमें क्रामाटोर्स्क में एक 10 साल के लड़के की मौत हो गई और ओडेसा और सुमी में आवासीय इमारतों को नुकसान पहुंचा है. रूस के इस हमले से शांति वार्ता कमजोर हो सकती है. इस हमले के बाद यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की पुतिन से सीधे मिलने के प्रस्ताव पर फिर से विचार कर रहे हैं.
पुतिन ने द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यूरोप के सबसे बड़े संघर्ष को खत्म करने के लिए आमने-सामने की बैठक के जेलेंस्की के पिछले प्रस्तावों को ठुकरा दिया है. लेकिन इस बार उम्मीद की जा रही थी कि दोनों नेताओं के बीच बैठक संभव है. हालांकि रूस के ताजा हमले ने इसे एक बार फिर खतरे में डाल दिया है.
“यूक्रेन में आतंक की एक और रात”
रूस के नए हमलों की जानकारी देते हुए यूक्रेन की नई प्रधानमंत्री स्विरीडेंको ने एक्स पर कहा, “यूक्रेन में आतंक की एक और रात, जब रूसियों ने हमारे नागरिकों पर मिसाइलें और ड्रोन हमले जारी रखे. पीड़ितों में बच्चे भी शामिल हैं. क्रामाटोर्स्क में, एक 10 साल के लड़के की रूसी हवाई बम से मौत हो गई. ओडेसा और सुमी में आवासीय इमारतों को निशाना बनाया गया.” साथ ही उन्होंने बताया कि यूक्रेन घरेलू हथियारों का उत्पादन बढ़ा रहा है और अपनी वायु रक्षा को मजबूत कर रहा है.
रूस पर प्रतिबंधों को कड़े करने की मांग
यूक्रेन की प्रधानमंत्री ने कहा, “हम अपने सहयोगियों की ओर से पहले ही दिए गए समर्थन के लिए उनके आभारी हैं. लेकिन इसे रोकने और लोगों की जान बचाने के लिए, प्रतिबंधों को कड़ा करना होगा, सहायता को तेज़ी से पहुंचाना होगा और दबाव कम नहीं होना चाहिए. सिर्फ निरंतर और सशक्त कार्रवाई ही रूसी आक्रमण को खत्म कर सकती है.
