लोगों की आंखों में जलन होने लगी। बनीपार्क फायर स्टेशन से पहुंची दमकल ने करीब एक घंटे तक पानी डाला। गैस रिसाव बंद होने के बाद सभी ने राहत की सांस ली। दमकलकर्मियों ने बताया कि हादसे के समय फैक्ट्री में करीब एक दर्जन लोग मौजूद थे। सभी सुरक्षित बाहर निकल आए थे।
आशंका है कि 150 किलोग्राम अमोनिया गैस का रिसाव हुआ। राहत की बात यह रही कि इस दौरान कोई जनहानि नहीं हुई। सूचना पर सिविल डिफेंस की टीम भी पहुंची। फायर ब्रिगेड कर्मियों ने तुरंत फैक्ट्री खाली करवाकर मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला।
अत्यधिक संपर्क है जानलेवा
अमोनिया गैस का रिसाव खतरनाक हो सकता है। यह तीव्र गंध वाली जहरीली और अत्यधिक घुलनशील गैस है। इसके प्रभाव गैस की मात्रा, संपर्क की अवधि और हवा में फैलाव की दिशा पर निर्भर करते हैं। अस्थमा, एलर्जी और चेस्ट रोग विशेषज्ञ डॉ. एम.के. गुप्ता के अनुसार, अमोनिया गैस आंख, नाक, गला और फेफड़ों की झिल्ली को तुरंत प्रभावित करती है।
उन्होंने बताया कि आंख, नाक और गले में जलन, छाती में जकड़न, सांस लेने में कठिनाई, तेज खांसी, त्वचा पर जलन या फफोले हो सकते हैं। गैस के अत्यधिक मात्रा में संपर्क से बेहोशी, दौरे या मौत तक संभव है।