भारत से सीजफायर के बाद पाकिस्तान जीत का ढोल पीट रहा है. शाहिद अफरीदी जैसे बड़े क्रिकेटर भी इस जश्न में शामिल हो रहे हैं. जगह-जगह पर सेना प्रमुख असीम मुनीर के समर्थन में नारे लगवाए जा रहे हैं, लेकिन पाकिस्तान के इस जश्न का पोल वहां के वरिष्ठ पत्रकार ने संपादकीय लिखकर खोल दिया है. वरिष्ठ पत्रकार अब्बास नासिर ने डॉन अखबार में एक लेख लिखा है.
नासिर के मुताबिक इस जीत को लेकर पाकिस्तान में जश्न मनाया जा रहा है, लेकिन उन बातों को पाकिस्तान की सरकार इग्नोर कर रही है, जो उसके चेहरे पर तमाचे जैसा है.
पाकिस्तान की रगड़ाई भी हुई है
डॉन अखबार के पूर्व संपादक के मुताबिक पूरे एपिसोड में 3 ऐसा टर्निंग पॉइंट है, जो संकेत दे रहा है कि पाकिस्तान की जंग में रगड़ाई हुई है. नासिर ने इसे डिटेल में बताया है.
1. नासिर के मुताबिक भारत का सर्जिकल स्ट्राइक पहले बालाकोट या पीओके तक ही होता था. इस बार स्ट्राइक पंजाब प्रांत में हुआ है. भारत ने रफीकी, नूर बेस, मुरीद जैसे मिलिट्री बेस को भी टारगेट किया. यहां तक की लाहौर में भी भारत ने स्ट्राइक कर पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम को तबाह कर दिया.
नासिर का कहना है कि भारत के इस स्ट्राइक के सामने पाकिस्तान का एयर डिफेंस सिस्टम पूरी तरह फेल साबित हुआ. पाकिस्तान अब भले कोई भी दलील इसके समर्थन में दे.
2. नासिर के मुताबिक सीजफायर की कोशिश भी पाकिस्तान ही कर रहा था, जिसे भारत अपने पक्ष में भुना सकता है. पाकिस्तान के मंत्रियों ने अटैक के बीच जिस तरीके से वार्ता की बात की, उससे पाकिस्तान को मनोवैज्ञानिक तौर पर झटका लगा.
नासिर आगे लिखते हैं- अमेरिका के राष्ट्रपति ने जैसे ही युद्ध विराम का ऐलान किया. वैसे ही विदेश मंत्री ने इस पर प्रतिक्रिया दे दी. इससे यह संदेश गया कि पाकिस्तान त्वरित रूप से युद्ध विराम चाहता था.
3. अब्बास नासिर लिखते हैं- दोनों देशों के बीच अब वार्ता कहां होगी, यह फाइनल नहीं है, लेकिन मुद्दा आतंकवाद का ही छाया रह सकता है. भारत इस मुद्दे को यूएन तक फिर से ले जाने की तैयारी में है. नासिर के मुताबिक यह संकेत भी पाकिस्तान के लिए ठीक नहीं है.
