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October 8, 2025 5:37 am

नर्सिंग छात्रों ने जिमी मगिलिगन सेंटर का दौरा कर अपनाई सतत जीवनशैली की सीख

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इंदौर, 04 अक्टूबर 2025: विक्रांत कालेज के बीएससी नर्सिंग के अंतिम वर्ष के 41 छात्रों और शिक्षकों ने सनावदिया स्थित जिमी मगिलिगन सेंटर फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट का शैक्षणिक भ्रमण किया। सेंटर की निदेशिका डॉ. जनक पलटा मगिलिगन के मार्गदर्शन में इस दौरे ने छात्रों को स्वस्थ, स्वच्छ और सतत जीवनशैली की प्रेरणा दी, जिससे वे अभिभूत हो गए।

छात्रों ने सेंटर का विस्तृत दौरा किया, जहां डॉ. मगिलिगन ने विभिन्न प्रकार के पौधों और पेड़ों के बारे में जानकारी साझा की। इनका उपयोग सतत जीवन जीने के लिए विभिन्न उद्देश्यों से किया जाता है। विशेष रूप से सोलर कुकरों के माध्यम से सौर ऊर्जा का व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त करने से छात्रों को स्वास्थ्य क्षेत्र में इसके नवाचारों और समुदाय सेवा की क्षमता के बारे में सोचने का अवसर मिला।

सेंटर में अर्थशास्त्र में एमए की पूर्व इंटर्न तुहिना झा ने लगभग 65 रसायन-मुक्त, जीरो-वेस्ट उत्पादों के नमूने दिखाए और उनके उपयोग समझाए। इससे छात्रों को दैनिक जीवन की वस्तुओं से जुड़े पूरे चक्र का अवलोकन हुआ, जो शून्य अपशिष्ट भोजन और सतत आदतों पर आधारित था।

दौरे के दौरान डॉ. जनक पलटा मगिलिगन ने अपने जीवन के अनुभव साझा किए। वे भारत में सफल ओपन-हार्ट सर्जरी करवाने वाली पहली सर्वाइवर हैं। उन्होंने 302 गांवों में नारू उन्मूलन अभियान चलाया और कैंसर से जूझने का संघर्ष भी किया। उन्होंने कहा, “एक अच्छी और देखभाल करने वाली नर्स डॉक्टर से ज्यादा महत्वपूर्ण होती है, क्योंकि नर्सें मरीजों के साथ ज्यादा समय बिताती हैं और उनकी देखभाल उन्हें जल्दी ठीक होने में मदद करती है।”

डॉ. तन्वी झा ने छात्रों को संबोधित करते हुए आंतरिक स्वास्थ्य पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि मरीजों के साथ काम करने वाले पेशे में तनाव से दूर रहने और समर्पण के साथ सेवा करने के लिए मजबूत मानसिक शक्ति जरूरी है।

सत्र के अंत में छात्रों ने अपने अवलोकन साझा किए। बीएससी नर्सिंग अंतिम वर्ष के छात्र आदित्य बघेल ने बताया, “इस यात्रा ने मुझे सतत जीवनशैली पर नया दृष्टिकोण दिया और प्राकृतिक संसाधनों को पुनर्स्थापित कर सतत वातावरण बनाने के लिए प्रोत्साहित किया।”

अलीशा शेख ने शून्य-अपशिष्ट अवधारणा की सराहना की और कहा कि इससे वे अपने दैनिक जीवन में ज्यादा सतत आदतें अपनाने के लिए प्रेरित हुईं। पायल गौतम ने तनाव-मुक्त, रसायन-मुक्त वातावरण की प्रशंसा की, जो मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों पर सकारात्मक प्रभाव डालता है। शिक्षिका राखी बरे ने डॉ. मगिलिगन के सामाजिक कार्यों से प्रभावित होकर भविष्य में सामुदायिक सेवा के उनके उदाहरण का अनुसरण करने का संकल्प लिया। जमुना दिगल ने सौर ऊर्जा से खाना पकाने और खाद्य संरक्षण तकनीकों को जानकारीपूर्ण पाया।

वीआईएनएस, इंदौर के छात्रों के लिए यह दौरा परिवर्तनकारी साबित हुआ। इसने न केवल सतत जीवनशैली का व्यावहारिक ज्ञान दिया, बल्कि पर्यावरण-अनुकूल आदतें अपनाने की प्रेरणा भी प्रदान की। छात्रों ने ‘मां तुल्य जनक दीदी’ के प्रकृति के प्रति समर्पित जीवन की बार-बार प्रशंसा की। कालेज के प्रमुख इंचार्ज ने डॉ. जनक पलटा मगिलिगन जैसी प्रेरक शख्सियत से सीखने के अवसर के लिए आभार व्यक्त किया। सेंटर के शून्य अपशिष्ट, सौर ऊर्जा और समुदाय-संचालित पहलों ने सभी पर गहरा प्रभाव छोड़ा।

Sanjeevni Today
Author: Sanjeevni Today

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