भारत के पारा साइकिलिस्ट अरशद शेख ने पहले नेशनल पैरा साइकिलिंग चैंपियनशिप में कमाल का प्रदर्शन किया है. अरशद शेख की बात की जाए तो उनका एक पैर नहीं है लेकिन फिर भी जब वो साइकिल चलाते हैं तो वो बड़े से बड़े साइकिलिस्ट को भी पीछे छोड़ देते हैं. उनके साथ 11 साल पहले एक बड़ा हादसा हुआ था लेकिन इसके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और गोल्ड मेडल जीता.
अरशद इससे पहले पेरिस पैरालंपिक 2024 में क्वालीफाई करने वाले पहले भारतीय पैरा साइकिलिस्ट थे. हालांकि पेरिस पैरालंपिक में वो अच्छा प्रदर्शन दिखाने में नाकाम रहे थे और उन्होंने पुरुष 1000 मीटर टाइम ट्राइल C1-3 इवेंट में 11वां स्थान हासिल किया था. हालांकि उन्होंने धमाकेदार वापसी की और पहले नेशनल पैरा साइकिलिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता.
जानिए अरशद शेख के बारे में
अरशद शेख का जन्म आंध्र प्रदेश में हुआ था. वो स्टेट लेवल ताइक्वांडो खिलाड़ी थे. उन्होंने बचपन में ताइक्वांडो में भी काफी अच्छा प्रदर्शन किया और कई मेडल जीते. हालांकि 2014 में उनके साथ कुछ ऐसा हुआ जिसके बारे में उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा. 12 साल की उम्र में एक ऑटो सड़क हादसे में उन्हें अपना बाएं पैर को खोना पड़ा था.
इतना सब होने के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और पैरा साइकिलिस्ट में उन्होंने अपने खेल करियर की शुरुआत की. उन्होंने इसकी शुरुआत हैदराबाद के आदित्य मेहता फाउंडेशन से की. न्यू दिल्ली में हुए 2024 एशियाई ट्रैक पैरा साइकिलिस्ट चैंपियनशिप में उन्होंने कई मेडल जीते.
इस लिस्ट में चार गोल्ड मेडल हैं. उन्होंने एशियाई ट्रैक चैंपियनशिप में एक किलोमीटर टाइम ट्राइल C2, स्क्रैच C2, व्यक्तिगत परसूट C2 और ओमनियम C2 में गोल्ड मेडल अपने नाम किया था. अरशद को साइकिल चलाना काफी पसंद है और उन्होंने कन्याकुमारी से कश्मीर तक 43 दिन का सफर भी तय किया है. यही नहीं उन्होंने मैराथन में भी भाग लिया है. इसके अलावा उन्होंने उत्तराखंड के 18000 फीट ऊपर माउंट भागीरठी में भी चढ़ाई की हुई है.
अरशद ने फिर जीता गोल्ड मेडल
अरशद शेख ने पहले नेशनल पारा साइकिलिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीत कर अपने सीजन की धमाकेदार तरीके से शुरुआत की है. वो आगे भी अच्छा प्रदर्शन करना चाहेंगे. फैंस को उनसे काफी उम्मीद हैं और ये देखना बेहद जरूरी है कि आने वाले इवेंट्स में वो अपने इसी फॉर्म को जारी रख पाते हैं या नहीं.
