नई दिल्ली, 8 दिसंबर 2025 (न्यूज18 स्पेशल) बॉलीवुड के ‘हीमैन’ धर्मेंद्र की 90वीं जयंती आज मनाई जा रही है। 24 नवंबर 2025 को 89 वर्ष की आयु में दुनिया को अलविदा कह चुके दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र की यादें आज भी फैंस के दिलों में ताजा हैं। पंजाब के नसराली गांव में 8 दिसंबर 1935 को जन्मे धर्मेंद्र ने 60 से अधिक वर्षों तक भारतीय सिनेमा को अपनी कला से समृद्ध किया। उनकी दमदार फिटनेस, आकर्षक लुक और बहुमुखी अभिनय ने उन्हें ‘बॉलीवुड का हीमैन’ का खिताब दिलाया। आज उनकी जयंती पर सितारों ने सोशल मीडिया के जरिए उन्हें श्रद्धांजलि दी, जबकि उनकी आखिरी फिल्म ‘इक्कीस’ की रिलीज की तैयारी चल रही है।
धर्मेंद्र का असली नाम धर्मेंद्र सिंह देओल था। उनके पिता केवल कृष्ण सरकारी स्कूल में हेडमास्टर थे, जबकि मां सतवंत कौर थीं। लुधियाना के साहनेवाल गांव में बीते बचपन ने उनमें कुछ अलग करने की ललक जगाई। पंजाब यूनिवर्सिटी से पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने फिल्मफेयर न्यू टैलेंट प्रतियोगिता जीती, जो उनके बॉलीवुड सफर का पहला कदम था।
बॉलीवुड में धमाकेदार एंट्री और हिट्स की बौछार
1960 में ‘दिल भी तेरा हम भी तेरे’ से डेब्यू करने वाले धर्मेंद्र की पहली फिल्म बॉक्स ऑफिस पर असफल रही, लेकिन जल्द ही उन्होंने ‘शोला और शबनम’ जैसी फिल्म से पहचान बनाई। 60 के दशक में ‘अनपढ़’, ‘बंदिनी’, ‘आइ मिलन की बेला’, ‘हकीकत’, ‘फूल और पत्थर’, ‘ममता’, ‘अनुपमा’, ‘इज्जत’, ‘आंखें’, ‘शिखर’ और ‘मंझली दीदी’ जैसी क्लासिक्स ने उन्हें स्टार बना दिया।
70 के दशक में उन्हें सच्ची शोहरत मिली। एक्शन स्टार के रूप में उभरे धर्मेंद्र ने खुद स्टंट किए, यहां तक कि असली जानवरों के साथ सीन शूट किए। हेमा मालिनी के साथ उनकी जोड़ी ‘सुपरहिट’ बनी—’सीता और गीता’, ‘शोले’, ‘राजा जानी’, ‘तुम हसीन मैं जवान’ और ‘नास्तिक’ जैसी फिल्मों ने दर्शकों को दीवाना बना दिया। ‘शोले’ में ‘वीरू’ का किरदार आज भी लीजेंडरी है।
धर्मेंद्र ने एक्शन से लेकर रोमांस, कॉमेडी और ड्रामा तक हर жанр में कमाल दिखाया। ‘चुपके-चुपके’ और ‘यमला पगला दीवाना’ जैसी कॉमेडी फिल्मों ने हंसी का डोज दिया, तो ‘सत्यकाम’ जैसी ड्रामा ने गहराई। उन्होंने 300 से अधिक फिल्में कीं, जो भारतीय सिनेमा की धरोहर हैं।
सम्मान और परिवार: फिल्मी जिंदगी से इतर
1997 में फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड और 2012 में पद्म भूषण से नवाजे गए धर्मेंद्र ने प्रोडक्शन में भी हाथ आजमाया। उनकी फिल्म ‘घायल’ को नेशनल और फिल्मफेयर अवॉर्ड मिले। वे फिल्मों को जुनून मानते थे, न कि कमाई का जरिया।
निजी जीवन भी फिल्मी रहा। पहली शादी प्रकाश कौर से हुई, जिनसे बेटे सनी देओल, बॉबी देओल और बेटियां विजेता व अजीता हैं। 1980 में हेमा मालिनी से दूसरी शादी की, जिनकी बेटियां ईशा और अहाना हैं। परिवार के प्रति उनका प्यार गजब का था।
आखिरी सफर और विरासत
अक्टूबर 2025 में स्वास्थ्य खराब होने पर मुंबई के ब्रेच कैंडी हॉस्पिटल में भर्ती हुए धर्मेंद्र 12 नवंबर को घर लौटे, लेकिन 24 नवंबर को निधन हो गया। अंतिम संस्कार पवन हंस क्रिमेटोरियम में हुआ, जहां अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान, सलमान खान समेत सितारे पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे ‘एक युग का अंत’ बताया।
आज उनकी जयंती पर ‘शोले- द फाइनल कट’ का 4K री-रिलीज 12 दिसंबर को हो रहा है। वहीं, आखिरी फिल्म ‘इक्कीस’ 25 दिसंबर को रिलीज होगी। श्रीराम राघवन के निर्देशन में बनी यह वॉर ड्रामा परम वीर चक्र विजेता अरुण खेतारपाल की कहानी है। धर्मेंद्र इसमें अगस्त्य नंदा (अमिताभ के नाती) के पिता का रोल कर रहे हैं, जबकि जयदीप अहलावत भी हैं। ट्रेलर रिलीज पर फैंस भावुक हो गए—कैप्शन था, “पिता बेटों को पालते हैं, लीजेंड राष्ट्र बनाते हैं।”
सोशल मीडिया पर सनी देओल ने लिखा, “पापा, आपकी जयंती पर आपकी यादें हमें ताकत दे रही हैं।” हेमा मालिनी ने शेयर किया, “धर्म जी की सादगी और ताकत हमेशा प्रेरणा।” अमिताभ बच्चन ने ट्वीट किया, “एक युग का सितारा, हमेशा चमकता रहेगा।”
धर्मेंद्र की विरासत अमर है। उनकी कविताएं, स्टंट और सादगी आज भी युवा कलाकारों को प्रेरित करती हैं। न्यूज18 आपके लिए लाएगा ‘इक्कीस’ की अपडेट्स और विशेष डॉक्यूमेंट्री। श्रद्धांजलि!






