आधी रात तक आंध्र प्रदेश पहुंचेगा तूफान गुलाब, भारी तबाही की आशंका के चलते प्रशासन अलर्ट

विशाखापट्टनम के मौसम विभाग ने प्रभावित तटीय इलाकों में भारी बारिश होने और 70 से 80 किमी. प्रति प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने काे लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। 

 
आधी रात तक आंध्र प्रदेश पहुंचेगा तूफान गुलाब, भारी तबाही की आशंका के चलते प्रशासन अलर्ट

विशाखपटनम। चक्रवाती तूफान गुलाब तेज गति से ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तट की ओर बढ़ रहा है। यह चक्रवात तटीय आंध्र प्रदेश देर शाम या रात तक आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले के कलिंगपट्नम से टकराएगा। दोपहर तक यह चक्रवात गोपालपुर से करीब 180 किमी की दूरी पर था।

विशाखापट्टनम के मौसम विभाग ने प्रभावित तटीय इलाकों में भारी बारिश होने और 70 से 80 किमी. प्रति प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने काे लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। विभाग ने दक्षिणी ओडिशा और उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश में सबसे अधिक प्रभाव पड़ने की आशंका जताई है। चक्रवात को देखते हुए सरकार ने तटीय इलाकों के ज़िला अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।

चक्रवात के प्रभाव को देखते हुए श्रीकालुकुलम के अधिकारियों ने मछुआरों को 27 सितंबर तक समुद्र में न जाने की चेतावनी जारी की है। ताज़ा समाचार मिलने तक श्रीकाकुलम जिले में चक्रवाती तूफान का असर दिखना शुरू हो गया है। यहां रविवार दोपहर बाद से तेज़ बारिश हो रही है। सोमवार को भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई है। इसके अलावा विजयनगरम और विशाखापट्टनम जिलों में भी भारी बारिश होने का अनुमान जताया गया है।

यह खबर भी पढ़ें: इस मंदिर में लकवाग्रस्त मरीज 7 दिन में हो जाता हैं ठीक, जानिए कैसे?

राज्य सरकार के निर्देश के बाद श्रीकाकुलम, विजयनगरम के स्थानीय प्रशासन ने तटीय क्षेत्रों में रहने वाले मछुआरों के परिवारों को वहां से निकाल कर जिले के स्कूलों और धर्मशाला आदि बनाए गए राहत केन्द्रों में रखा है। विशाखपटनम से एनडीआरउफ के दो दल श्रीकाकुलम और विजयनगरम जिले में भेजे गए हैं। राज्य सरकार ने इन दो जिलों में 76 मण्डल को चिन्हित किया है, जहां भारी तबाही की आशंका है। राज्य सरकार ने यहां से 86 हजार परिवार को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की व्यवस्था की है। इन जिलों में आपातकालीन कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है।

राज्य के आपदा प्रबंधन आयुक्त के कन्नबाबू ने बताया कि चक्रवात के मद्देनजर कलिंगपट्टनम, भीमुनिपट्टनम, विशाखाट्टनम, गंगावरम और काकीनाडा बंदरगाहों के लिए तीसरी चेतावनी जारी की गई है। चक्रवात से केला, कोपरा और धान की फसल को भारी नुकसान होने की संभावना है। बाबू ने पत्रकारों को बताया कि पुलिस, राजस्व, परिवहन, दूरसंचार, बिजली और पेयजल आपूर्ति विभागों को अलर्ट कर दिया गया है।

यह खबर भी पढ़ें: इस मंदिर में कभी नहीं की जाती है भगवान की पूजा, वजह जानकर आप भी रह जाएंगें दंग

सरकार ने कोविड के मद्देनजर चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों में पर्याप्त ऑक्सीजन भंडार बनाए रखने और आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए हैं। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी से फोन पर गुलाब चक्रवात से निपटने की तैयारियों को लेकर वार्ता की और केंद्र सरकार की ओर से पूरा सहयोग का आश्वासन दिया है।

Download app: अपने शहर की तरो ताज़ा खबरें पढ़ने के लिए डाउनलोड करें संजीवनी टुडे ऐप

From around the web