प्रधानमंत्री के पोषण अभियान को जनआंदोलन बनाने में जुटी हैं जीविका दीदी
केंद्र सरकार के निर्देशानुसार चल रहे पोषण माह के तहत जीविका दीदी जिला भर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर आम जनमानस में जागरूकता फैलाया जा रहा है।

बेगूसराय। ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए ग्रामीण विकास मंत्रालय के तहत काम कर रही जीविका दीदी ना केवल गांव की दिशा और दशा बदल रही है बल्कि 2022 तक भारत को कुपोषण मुक्त बनाने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के समग्र पोषण योजना (राष्ट्रीय पोषण अभियान) को जनजागरण के माध्यम से जनांदोलन बनाने का अभियान शुरू कर दिया है और ना केवल अभियान शुरू कर दिया है बल्कि, लगातार चलाए जा रहे पोषण जनजागरण अभियान में ग्रामीण विकास मंत्रालय के डैशबोर्ड के अनुसार बिहार में पहले स्थान पर चल रही है।
केंद्र सरकार के निर्देशानुसार चल रहे पोषण माह के तहत जीविका दीदी जिला भर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर आम जनमानस में जागरूकता फैलाया जा रहा है। जीविका दीदी लोगों को पोषण के प्रति जागरूक कर बेहतर स्वास्थ्य के लिए खानपान के साथ-साथ अन्य आवश्यक क्रियाकलाप व्यायाम आदि के संबंध में भी जानकारी देते हैं। जीविका दीदी द्वारा लोगों को खास कर यह बताया जा रहा है कि हम सभी किस तरह अपने आसपास उपजने वाले खाद्य पदार्थ का प्रयोग कर अपना और अपने परिवार को सही पोषण कम खर्च में दे सकते हैं। जीविका दीदी बता रही है कि अगर हम सही पोषण देंगे तो बच्चे स्वस्थ्य रहेंगे तथा सही ढंग से काम कर सकेंगे, जब बच्चे स्वस्थ रहेंगे तभी सही ढंग से पढ़ लिख सकेंगे। सही पोषण से परिवार के सभी लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी, लोग कम बीमार पड़ेगें। जिससे परिवार को जहां आर्थिक बचत होगी, वहीं उनकी आमदनी भी बढ़ेगी।
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जनजागरण कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए गावों में ग्रामवार्ता का आयोजन कर पोषण जागरूकता के विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। घर-घर में पोषण वटिका लगाने के लिए लोगों को प्रेरित किया जा रहा है। विभिन्न घरेलू पोषण सामग्री से रंगोली बनाकर उसका महत्व गर्भवती, धात्री महिलाओं एवं किशोरियों को समझाया जाता है।
जीविका के जिला परियोजना प्रबंधक तरुण कुमार ने बताया कि जीविका परियोजना आर्थिक एवं सामाजिक बदलाव कर विकास को और मजबूत किया जा रहा है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महत्वाकांक्षी अभियान कुपोषण मुक्त भारत को लेकर जिले के सभी 18 प्रखंडों में लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं। ग्राम वार्ता, प्रभात फेरी आदि जन जागरण कार्यक्रम के साथ-साथ जीविका दीदियों घर-घर जाकर लोगों को पोषण के लिए प्रेरित कर रही हैं। उन्होंने बताया कि पोषण अभियान भारत का प्रमुख कार्यक्रम है। जिसमें बच्चों, किशोरों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए पोषण संबंधी जानकारी दे रही है।
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पोषण अभियान (राष्ट्रीय पोषण मिशन) महिला और बाल विकास मंत्रालय का एक प्रमुख कार्यक्रम है। मिशन का उद्देश्य 2022 तक शून्य से छह वर्ष, किशोरियों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं से बच्चों की पोषण स्थिति में सुधार करना है। इसकी नीतियां प्रमुख रूप से गर्भवती माताओं और स्तनपान कराने वाले बच्चों पर केंद्रित हैं। केंद्र सरकार इस अभियान को जन आंदोलन में बदलने के लिए पोषण अभियान के साथ बड़ी संख्या में लोगों को जोड़ना चाहती है। सरकार के इस अभियान में जीविका के कर्मी तन-मन से लगे हुए हैं और नई ऊंचाई को प्राप्त करेंगे।
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