अफगानिस्तान से जान बचाकर भारत आया अब्दुल खान
अफगानी नागरिक अब्दुल खान 20 दिन पहले अपनी जान बचाकर किसी तरह असम के नगांव जिले पहुंच गया है।

गुवाहाटी। अफगानी नागरिक अब्दुल खान 20 दिन पहले अपनी जान बचाकर किसी तरह असम के नगांव जिले पहुंच गया है। अपनी जान बचने पर उसे जहां खुशी है, वहीं अपने परिवार से बिछड़ने का गम भी है।
गुरुवार को हिन्दुस्थान समाचार से हुई खास बातचीत के दौरान अब्दुल खान ने कहा कि पूरा विश्व जानता है कि आज अफगानिस्तान की क्या हालत है। अफगानिस्तान पूरी तरह बर्बाद हो चुका है। अमेरिका क्या कर रहा है, वह क्या खेल खेल रहा है हमारी समझ से परे है।
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खान ने कहा कि अचानक तालिबान के अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में दाखिल होने के बाद हम लोग किसी तरह जान बचाकर वहां से भागे। उसकी बीवी और दो बच्चे कजाकिस्तान की ओर चले गए और वह अपनी जान बचाकर असम पहुंचा। काबुल में उसकी छोटा-सी दुकान थी। सबकुछ मिट्टी में मिल गया।
खान ने कहा कि असम आकर मैं अपने आपको काफी सुरक्षित महसूस कर रहा हूं। यहां के लोग काफी अच्छे हैं। यहां चारों तरफ अमन है। लोग कानून के तहत व्यवहार और अपनी रोजमर्रा की जिंदगी जी रहे हैं। हमारे अफगानिस्तान में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं बची है। मेरी बीवी और दो बच्चों से मेरा किसी भी तरह का संपर्क नहीं हो पा रहा है। जिसकी वजह से मैं काफी चिंतित हूं। उसने विश्व बिरादरी से अफगानिस्तान और वहां के नागरिकों की सुरक्षा करने का आह्वान किया।
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