शास्त्रीजी के नाम का 64 किलो सोना सीजीएसटी विभाग को सुपुर्द

उदयपुर में पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को तौलने के लिए वर्ष 1965 में एकत्रित किया गया सोना अदालत के आदेश से सीजीएसटी टीम ने अपने कब्जे में ले लिया।

64 kg gold

उदयपुर। उदयपुर में पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को तौलने के लिए वर्ष 1965 में एकत्रित किया गया सोना अदालत के आदेश से सीजीएसटी टीम ने अपने कब्जे में ले लिया। इस दौरान चौंकाने वाली बात यह सामने आई कि जो सोना 56 किलो 863 ग्राम बताया जा रहा था वह 67.800 किलो निकला। सोमवार देर रात तक चली प्रक्रिया के बाद सीजीएसटी की टीम सोना लेकर जयपुर रवाना हो गई।

ये खबर भी पढ़ेमहिलाएं अपने पतियों को उनके नाम से क्यों नहीं पुकारती? जानिए वजह

67 किलो 800 ग्राम सोने में से 3 किलो 200 ग्राम सोने के बिस्किट और दस्तावेजों पर लिखे शब्दों का अंतर आने पर 3 किलो 200 ग्राम सोने को यहीं पर रहने दिया गया, जिसको लेकर फिर से न्यायालय में प्रार्थना पत्र पेश किया जाएगा।

जानकारी के अनुसार वर्ष 1965 में पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को तोलने के लिए बड़ीसादड़ी के एक व्यवसायी ने उस समय 56 किलो 863 ग्राम सोना एकत्रित किया था, उस समय से ही इतना ही माना जा रहा था। उस दौरान इसकी कीमत करीब 5 लाख थी। लेकिन इसी दौरान लाल बहादुर शास्त्री का निधन होने के कारण यह सोना जिला कलेक्टर ने अधिग्रहीत किया। वर्ष 1982 में इस सोने को उदयपुर जिला कलेक्टर ने मालखाने में शिफ्ट कर दिया।

ये खबर भी पढ़ेशिव मंदिर में भूलकर भी ना बजाएं ताली, मुसीबातों का करना पड़ सकता है सामना

न्यायालय में चले वाद में वर्ष 1975 में एसीजेएम न्यायालय ने सम्पूर्ण स्वर्ण को सीजीएसटी विभाग को सुपुर्द करने के आदेश दिए थे। सोमवार को सीजीएसटी को सुपुर्दगी देने के लिए जब सोने को तोला गया तो सोने का वजन 67 किलो 800 ग्राम निकला। इस पर ऐतराज जताया तो सीजीएसटी के अधिवक्ता प्रवीण खण्डेलवाल ने वर्ष 1975 में एसीजेएम न्यायालय द्वारा दिए गए सम्पूर्ण स्वर्ण को सीएजीएसटी के सुपुर्द करने के आदेश बताए। इस पर न्यायिक अधिकारी और अन्य अधिकारी माने। इस पर सोने पर लिखे नम्बरों और कोर्ट के पास मौजूद दस्तावेज में लिखे नम्बरों को मैच करवाया गया तो 3 किलो 200 ग्राम के सोने के एक बिस्किट पर नम्बर जी 2560 लिखा हुआ था और दस्तावेज में एम 2560 था। दस्तावेज और सोने के एक बिस्किट पर लिखे गए नम्बर अलग-अलग होने पर 3 किलो 200 ग्राम के सोने के बिस्किट को यहीं पर रखा गया। शेष को पैककर सीजीएसटी के सुपुर्द किया।

इस दौरान सीजीएसटी कमिश्रर डॉ. बी एस मीणा, एडिशनल कमिश्नर पीयूष भाटी, नरेन्द्र सैनी, आलोक शर्मा, डिप्टी कमिश्नर बीएस शेखावत, असिस्टेंट कमिश्नर शेरसिंह मीणा सहित कई अधिकारी उपस्थित थे। इसके साथ ही अधिवक्ता प्रवीण खण्डेलवाल, राजेश वसीटा भी उपस्थित थे। खण्डेलवाल ने बताया कि 3 किलो 200 ग्राम सोने का बिस्किट जिस नम्बर और दस्तावेज में नम्बर अलग-अलग होने पर इसके लिए अलग से न्यायालय में प्रार्थना पत्र पेश किया जाएगा।

Download app: अपने शहर की तरो ताज़ा खबरें पढ़ने के लिए डाउनलोड करें संजीवनी टुडे ऐप

From around the web