नरेंद्र मोदी आज शाम सवा सात बजे प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। उनके साथ मंत्रिपरिषद के सदस्यों भी पद एवं गोपनीयता की शपथ लेंगे। बता दे कि शपथ ग्रहण कार्यक्रम राष्ट्रपति भवन में आयोजित किया जाएगा। माना जा रहा है कि दोपहर की गर्मी को देखते हुए शपथ ग्रहण के लिए शाम का समय चुना गया है। वहीं ज्योतिष के हिसाब से भी यह समय काफी अहम है।
ज्योतिष के अनुसार नरेंद्र मोदी गोधूलि वेला में प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। इंदौर के ज्योतिषाचार्य पंडित हर्षित मोहन शर्मा के अनुसार सूर्यास्त से 12 मिनट पूर्व एवं सूर्यास्त के 12 मिनट बाद के समय को गोधूलि काल कहा जाता है। गोधूलि बेला पूरे दिन का एक बहुत अच्छा समय माना जाता है, क्योंकि गाय की घर वापसी का समय होता है। गाय का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है, गाय में हमारे सभी देवी देवता विराजमान रहते हैं। ऐसे में इस बेला में जो भी कार्य किया जाता है, उस पर समस्त देवी देवताओं की कृपा रहती है और कार्य बगैर बाधाओं के आसानी से पूर्ण हो जाता है।
शर्मा के अनुसार राजनीति में सूर्य का विशेष स्थान माना गया है। सूर्य सभी ग्रहों का राजा है और रविवार के दिन सूर्य भगवान की विशेष कृपा रहती है। वही राजनीति में आगे बढ़ पाते है, जिनका कुंडली में सूर्य और मंगल अच्छे होते है। आज का दिन शुभ दिन है और ऐसे में भगवान सूर्य की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
वृश्चिक लग्न की है कुंडली
बता दे कि नरेंद्र मोदी जी की कुंडली वृश्चिक लग्न की कुंडली है और उनकी राशि भी वृश्चिक है। लग्न में मंगल देवता और चंद्र देवता विराजमान है, जो कि सूर्य के मित्र हैं। इनका योग बनने से व्यक्ति निडर, साहसी और पराक्रमी बनता है। निर्णय लेने में भी सकुचाता नहीं है। सही और सकारात्मक निर्णय तुरंत ले लेता है। लाभ भाव में सूर्य के बैठने से व्यक्ति का व्यक्तित्व निखर कर आता है।
नंबर के लिहाज से भी अहम
शर्मा ने बताया कि रविवार और मंगलवार का दिन नरेंद्र मोदी के लिए एक सकारात्मक दिन है। अगर शब्दों के अनुसार देखें तो 8 नंबर का ग्रह स्वामी मंगल है जो ग्रहों के सेनापति है। इस नंबर को अगर विभाजित करें तो 4+4 का योग बनता है। चार नंबर लग्न स्वामी चंद्रमा का होता है जो मंगल के साथ लग्न में विराजित है।