कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने रविवार को आरोप लगाया कि “वोट चोरी” के बाद, भाजपा अब “सत्ता चोरी” कर रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि 30 दिनों के भीतर विपक्षी सरकारों को गिराने और गिरफ्तारी को हथियार बनाकर लोकतंत्र को अस्थिर करने के लिए सरकार की ओर से 130वां संशोधन विधेयक पेश किया गया है.
जाने खरगे ने क्या-क्या कहा
- वर्ष 2025 को संगठन निर्माण का वर्ष घोषित किया गया है.
- जिला अध्यक्ष कांग्रेस संगठन की सबसे मजबूत कड़ी होते हैं. राज्य में सरकार बनाने के लिए, विधानसभाओं में उम्मीदवारों को जिताने में उनकी अहम भूमिका होती है. केंद्र में सरकार बनाने के लिए, लोकसभा सीटें जीतने के लिए आपका समर्थन जरूरी है.
- जिला अध्यक्ष अपने अधीन ब्लॉक समिति बनाते हैं. मंडल और बूथ समितियां बनाते हैं. जब आप ये समितियां बनाएं, तो इस बात का विशेष ध्यान रखें कि ये सभी लोग पार्टी के प्रति वफादार और मेहनती हों.
- सबसे जरूरी बात यह है कि वे कांग्रेस पार्टी की विचारधारा से विचलित न हों. कोई उन्हें लुभाए भी, तो उनकी वफादारी कांग्रेस के प्रति बनी रहे; हमें ऐसे लोगों की जरूरत है.
- कांग्रेस पार्टी ने अपने मजबूत संगठन के बल पर लंबे समय तक देश पर शासन किया. उस समय, मंत्रियों के लिए जिले का दौरा करने से पहले जिला अध्यक्ष से संपर्क करना जरूरी होता था. उन्हें जिला कार्यालय जाना पड़ता था.
- बीच में, यह परंपरा थोड़ी बदल गई. मंत्री अपने पसंदीदा लोगों को जिला अध्यक्ष बनाने लगे. योग्यता और विचारधारा को नजरअंदाज़ किया जाने लगा.
- राहुल और मैंने अनुभव किया है कि संगठन को मजबूत किए बिना, जिला अध्यक्षों को महत्व दिए बिना, हम मजबूती से सत्ता में वापसी नहीं कर सकते.
- हमें कार्यक्रमों के माध्यम से लगातार जनता के बीच रहना होगा. हमें ऐसे तरीके खोजने होंगे जिनसे लोग हमसे जुड़ें. हमारी विचारधारा का समर्थन करें., तभी जमीनी स्तर पर हमारी ताकत बढ़ेगी
- हमें अपने कार्यकर्ताओं का उत्साह और मनोबल हमेशा बढ़ाते रहना होगा. उन्हें सम्मान दें. उनके सुख-दुख में शामिल हों, आपकी ताकत अपने आप बढ़ जाएगी.
- 2024 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में हम केवल 8 सीटों से हारे. अगर हमें इन 8 सीटों पर 22,779 वोट और मिलते, तो आज हरियाणा में कांग्रेस की सरकार होती.
- मध्य प्रदेश में भी, 2023 में, लगभग 27 ऐसी सीटें हैं जहाx वोटों की चोरी हुई, जैसा कि मुझे बताया गया है. 7 महीनों में केवल 4 लाख वोट बढ़े, जबकि 2 महीनों में 16 लाख वोट बढ़े.
- राहुल गांधी ने अपने विस्तृत प्रेजेंटेशन में बताया कि कैसे कर्नाटक की महादेवपुरा सीट पर एक षडयंत्र के जरिए रणनीतिक तरीके से वोट चोरी की गई.यह सब हमें 6 महीने की रिसर्च से पता चला.
- चुनाव आयोग ने पहले तो कोई जवाब नहीं दिया. अब पूरा देश इसे समझ रहा है. बिहार में भाजपा सरकार और चुनाव आयोग के SIR वाले नैरेटिव को सुप्रीम कोर्ट से झटका लगा है.
- विपक्ष चाहता था कि संसद चले. महत्वपूर्ण जन मुद्दों पर चर्चा हो, लेकिन भाजपा सरकार SIR और वोट चोरी जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा नहीं चाहती थी.
- भाजपा SIR जैसी योजनाओं के जरिए हमारे लोगों के वोट और काटेगी. जfला अध्यक्ष की सबसे बड़ी ज़िम्मेदारी है कि हमें पूरे 5 साल तक सतर्क रहना होगा
- हमें अपनी मतदाता सूचियों की लगातार गहन जांच करनी होगी, ताकि अगर भाजपा के लोग या BLO हमारे लोगों के नाम काटते हैं, तो हम उन्हें तुरंत पकड़ सकें.
- हमें लोगों को यह बताना होगा कि इस देश में सभी के लिए वोट देने का अधिकार (सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार) कांग्रेस की देन है. राजीव गांधी ने मतदान की आयु 21 वर्ष से घटाकर 18 वर्ष कर दी ताकि लोकतंत्र में युवाओं की भागीदारी बढ़ सके.
- राहुल गांधी बिहार में खास तौर पर वोट चोरी के मुद्दे पर “मतदाता अधिकार यात्रा” निकाल रहे हैं. लाखों लोग उनकी यात्रा में शामिल हो रहे हैं, लेकिन प्रधानमंत्री लोगों को गुमराह करने के लिए घुसपैठियों की बात कर रहे हैं.
- वोट चोरी के बाद, भाजपा अब बिजली चोरी में लगी हुई है. संसद के आखिरी दिन, वे दो-तिहाई बहुमत न होने के बावजूद, एक संविधान संशोधन सहित तीन नए विधेयक लेकर आए. यह नागरिकों से अपनी चुनी हुई सरकार बनाने या हटाने का अधिकार छीन लेता है और यह अधिकार ईडी और सीबीआई जैसी संस्थाओं को सौंप देता है. यह लोकतंत्र पर बुलडोजर चलाने जैसा है.
- इस विधेयक के जरिए, भाजपा गिरफ़्तारियों को हथियार बनाकर लोकतंत्र को ही अस्थिर करने के लिए 30 दिनों के भीतर विपक्षी सरकारों को गिरा सकती है. हमने देखा है कि जिन 193 विपक्षी नेताओं के ख़िलाफ़ ईडी के मामले चल रहे हैं, उनमें से सिर्फ 2 को ही दोषी ठहराया गया है. कई मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों को गिरफ्तार करके महीनों जेल में रखा गया है, लेकिन अब सीबीआई कह रही है कि उनके पास कोई सबूत नहीं है.
- मोदी आज भ्रष्टाचार की बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, लेकिन जिन्हें उन्होंने भ्रष्ट कहा, उन सभी को पार्टी में शामिल कर लिया गया है और मंत्री भी बना दिया गया है.
- इलेक्टोरल बॉन्ड के नाम पर जो घोटाला हुआ, वह सबके सामने है. सुप्रीम कोर्ट ने इस पर रोक लगा दी. इसकी कोई जांच नहीं हुई. पीएम केयर्स में किसने दान दिया? कई लोगों के मन में सवाल हैं कि पैसा कैसे और किससे लिया गया. इस घोटाले की भी कोई जांच नहीं हुई. कर्ज न चुकाने वाले पूंजीपतियों के लाखों-करोड़ों रुपये माफ़ कर दिए गए, और सरकार उनके प्रति नरमी बरत रही है. बैंकों में रखी जनता की गाढ़ी कमाई को कर्जदारों ने कर्ज के रूप में ले लिया और फिर देश छोड़कर भाग गए. मोदी सरकार को ज़रा भी परवाह नहीं. ऐसे कई मुद्दे हैं जो जनता से जुड़े हैं.
- आपको सबको एकजुट रखना होगा. गुटबाजी को पनपने न दें. जब कांग्रेस एकजुट रहेगी, तभी हम चुनाव जीतेंगे.

Author: Geetika Reporter
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