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February 22, 2025 8:24 pm

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महंत अनिल पुरोहित का चौंकाने वाला कदम: संत समाज पर टिप्पणी का दिया जवाब, काटा निजी अंग

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जयपुर: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में इन दिनों महाकुंभ चल रहा है जहां हजारों संतों का मेला लगा है। देश विदेश के लाखों लोग भी इस पवित्र महाकुंभ में शामिल हो रहे हैं। महाकुंभ में नागा साधु आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। इसकी वजह यह है कि ये नागा साधु सामान्य तौर पर कहीं नजर नहीं आते हैं। उनकी अपनी एक अलग ही दुनिया है जहां वे भक्ति में लीन रहते हैं। उन्हें सांसारिक सुविधाओं से कोई लेना देना नहीं है। चाहे कितनी भी कड़ाके की सर्दी हो, उनके वस्त्र केवल भस्म ही होती है। इन रहस्यमयी नागा साधु की कई कहानियां हैरान करने वाली भी है। राजस्थान में भी एक ऐसे महंत हैं जो किसी रहस्य से कम नहीं है। कुछ सालों पहले इस युवा संत ने कुछ ऐसा किया कि लोग हैरान रह गए।

संतों के वेश में पाखंडी कर रहे बदनाम

आमतौर पर हम देखते और सुनते आए हैं कि संत के वेश में पाखंडी ज्यादा हो गए हैं। कई बार ऐसी घटनाएं सामने आती है जो संत समाज को बदनाम करती है। कई नामी संतों के काले कारनामे सामने आते रहते हैं। पाखंडी लोग संत के वेश में ऐसी हरकतें करते हैं जिससे हर शर्मिंदा हो जाता है। कई घटनाएं तो ऐसी हुई है जिनमें संते के वेश में पाखंडी बाबाओं ने अपनी अनुयायियों के साथ शारीरिक संबंध बनाए। किसी ने श्रद्धालु की आस्था का फायदा उठाते हुए महिलाओं की इज्जत पर हाथ डाला। कुछ पाखंडियों ने तो मासूम बालिकाओं के साथ भी दरिंदगी की। आसाराम, राम रहीम जैसे कई ऐसे नाम है जिन्होंने बेहुदी घटनाओं को अंजाम दिया।

प्राइवेट पार्ट काट कर हवा में उछाला

करीब सात साल पहले वर्ष 2018 में महंत अनिल पुरोहित धाम पर ही प्रवचन दे रहे थे। सैकड़ों की संख्या में भक्त मौजूद थे। प्रवचन के दौरान ही एक व्यक्ति ने संत समाज पर टिप्पणी कर दी। उसने भीड़ में खड़े होकर कहा कि संत समाज भ्रष्ट हो चुका है। गंदा हो चुका है। सारे संत लोग भ्रष्ट हैं। उस व्यक्ति की ऐसी टिप्पणी से महंत बहुत आहत हुए। उस व्यक्ति की टिप्पणी का जवाब देते हुए महंत ने चाकू से अपना प्राइवेट पार्ट काटा और हवा में उछाल दिया।

रहस्यमयी है सिद्ध सेवा धाम मांडण

राजस्थान के कोटपूतली बहरोड़ जिले में एक सिद्ध सेवा धाम आश्रम है। यह धाम बहरोड़ कस्बे से करीब 25 किलोमीटर दूर मांढण के पास पहाड़ी क्षेत्र में है। इस धाम के महंत हैं अनिल पुरोहित। करीब 38 साल का यह युवा महंत पिछले कई सालों से भगवान की भक्ति में जुटा है। आश्रम में कई देवी देवताओं की प्रतिमाएं हैं। 31 फीट ऊंची हनुमान प्रतिमा भी है। समय-समय पर यहां 51 कुंडीय महायज्ञ का आयोजन भी होता है जहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल होते हैं। ना केवल राजस्थान बल्कि कई राज्यों से श्रद्धालु सिद्ध सेवा धाम मांडण आते रहते हैं। ऐसी मान्यता है कि सिद्ध सेवा धाम में श्रद्धालु जो भी मनोकामना लेकर आते हैं, वे जरूर पूरी होती है।

कई दिनों तक आईसीयू में रहना पड़ा महंत को

भारी भीड़ में युवा महंत की ओर से अपनी सिद्धि का इस तरह प्रमाण देना सबको हैरान कर गया। महंत अनिल पुरोहित लहूलुहान होकर बेहोश हो गए। बाद में श्रद्धालु उन्हें बहरोड के अस्पताल में लेकर गए। हालत गंभीर होने के कारण उन्हें जयपुर रेफर किया गया। जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में महंत अनिल पुरोहित का इलाज चला। ने कई दिन तक एसएमएस अस्पताल के आईसीयू में भर्ती रहे। ठीक होने के बाद वे वापस आश्रम पहुंचे जहां श्रद्धालुओं ने उनका भव्य स्वागत किया। आज भी वे नियमित रूप से आश्रम में प्रवचन देते हैं। साथ ही अन्य धार्मिक और सामाजिक कार्यों में भी हिस्सा लेते हैं। उनका कहना है कि सब संत एक जैसे नहीं होते। यह जवाब देते हुए उन्होंने अपना निजी अंग काट कर फेंक दिया था।

Sanjeevni Today
Author: Sanjeevni Today

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