तीर्थंकर आदिनाथ फैकल्टी ऑफ एजुकेशन में युवा दिवस पर एनएसएस की ओर से आयोजित कार्यक्रम में यूपी के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ को वर्चुअली बोले
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के डीन स्टुडेंट वेलफेयर प्रो. एमपी सिंह ने स्वामी विवेकानंद के विचारों को याद करते हुए कहा, ब्रह्मांड की सारी शक्तियां पहले से हममें ही हैं, युवाओं को बस इसे पहचानने की दरकार है। यह बात दीगर है, युवा अपनी आंखों पर हाथ रखकर कहते हैं कि कितना अंधकार है। अतः युवाओं को खुली आंखों के जरिए ज्ञान खोजने के के प्रति तत्पर रहना है। प्रो. सिंह तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद की एनएसएस की ओर से तीर्थंकर आदिनाथ फैकल्टी ऑफ एजुकेशन में आयोजित युवा दिवस कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता बोल रहे थे। इससे पूर्व स्वामी विवेकानंद पर यूपी के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ केशिक्षकों ने विचारों को वर्चुअली सुना। इससे पहले डीन स्टुडेंट वेलफेयर प्रो. एमपी सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि, यूनिवर्सिटी के एनएसएस कोर्डिनेटर डॉ. रत्नेश जैन आदि ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। कार्यक्रम में फैकल्टी ऑफ एजुकेशन से डॉ. अशोक लखेरा, श्री दीपक मलिक, डॉ. नम्रता जैन, श्री विनय कुमार, डॉ. पायल शर्मा, डॉ. रंजीत सिंह, डॉ. अर्पिता त्रिपाठी, श्रीमती रचना सक्सेना, श्रीमती शिवांकी रानी, श्रीमती पूनम चौहान आदि उपस्थित रहे। एनएसएस इकाई समन्वयक डॉ. रत्नेश जैन के संग-संग स्टुडेंट्स श्रुति कौशिक, सुमित कुमार, संस्कृति शर्मा, समरीन उमर आदि ने स्वामी विवेकानंद पर अपने विचार रखते हुए कहा, जितना बड़ा संघर्ष होगा, जीत उतनी ही शानदार होगी। जब तक जीना है, तब तक सीखना है, क्योंकि अनुभव ही जगत में सर्वश्रेष्ठ शिक्षक है। अतः युवा दिवस के रूप में स्वामी जी के युगीन विचारों को आत्मसात करना सभी के लिए आवश्यक है। उन्होंने स्वामी विवेकानंद का भावपूर्ण स्मरण करते हुए कहा, भारत के अतीत और उसके वर्तमान के बीच वह एक तरह का सेतु थे।