पानी जीवन के लिए जरूरी है, लेकिन “अति हर चीज़ की बुरी होती है” ये बात पानी पर भी लागू होती है. हेल्दी रहने के चक्कर में बहुत से लोग जरूरत से ज्यादा पानी पीने लगते हैं, यह सोचकर कि इससे शरीर और स्किन दोनों डिटॉक्स और ग्लो करेंगे. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपको रोज कितना पानी पीना चाहिए. इस बारे में एक्सपर्ट से जानेंगे.
जब हम बहुत अधिक पानी पीते हैं, तो किडनी को सामान्य से ज्यादा काम करना पड़ता है. इसका सीधा असर किडनी की फिल्ट्रेशन कैपेसिटी पर पड़ता है और लंबे समय तक ऐसा चलने से किडनी की फिल्टर करने की कैपेसिटी धीरे-धीरे कम हो सकती है. सोशल मीडिया और फिटनेस ट्रेंड्स के चलते कुछ लोग 5 से 8 लीटर पानी रोज पी रहे हैं. वैज्ञानिक तौर पर देखा जाए तो शरीर की पानी की जरूरत व्यक्ति की उम्र, वजन, मौसम, और एक्टिविटी लेवल पर निर्भर करती है. ऐसे में आपको शरीर की जरूरत के हिसाब से पानी पीना चाहिए.
जरूरत से ज्यादा पानी पीने के क्या हैं नुकसान?
नोएडा के एक अस्पताल में डायटिशियन डॉ. रक्षिता मेहरा बताती हैं कि जरूरत से ज्यादा पानी पीने से खासकर किडनी पर बहुत ज्यादा दबाव पड़ता है, जिससे नुकसान हो सकता है. इसलिए सोशल मीडिया पर दिखाए जा रहे बार-बार पानी पीने वाले ट्रैंड्स, खुद को हाइड्रेट दिखाने या ट्रैंड्स में बने रहने के चक्कर में, बिना प्यास लगे, जरूरत से ज्यादा ही पानी पी लेना किडनी के लिए खतरनाक हो सकता है.
डॉ रक्षिता कहती हैं कि हर व्यक्ति के पानी पीने की जरूरत अलग है. ज्यादा फिजिकल वर्क करने वालों को तीन से चार लीटर पानी दिन में पीना चाहिए. जो लोग सामान्य डेस्क जॉब करते हैं उनके लिए ढाई से तीन लीटर पानी काफी है.
जरूरत से ज्यादा पानी पीना हाइपोनेट्रेमिया को बुलावा
आमतौर पर एक स्वस्थ व्यक्ति की किडनी एक घंटे में लगभग से 500 से 800 ML (मिलीलीटर) पानी फिल्टर कर सकती है. शरीर में जरूरत से ज्यादा पानी आना किडनी को थका सकता है, बल्कि शरीर में सोडियम का संतुलन भी बिगाड़ सकता है जिसे हाइपोनेट्रेमिया कहते हैं. इससे चक्कर आना, उल्टी, थकावट, भ्रम जैसी समस्याएं हो सकती हैं और कुछ गंभीर मामलों में यह जानलेवा भी हो सकता है.
पानी पीने को दौरान इन बातों का ध्यान रखें
हमेशा प्यास लगने पर पानी पीएं
सामान्य व्यक्ति रोजाना लगभग 2.5 से 3 लीटर पानी पिएं
गर्मी या वर्कआउट के दौरान यह मात्रा थोड़ी बढ़ सकती है
बिना किसी शारीरिक कसरत के 4 लीटर से ज्यादा पानी न पिएं
बच्चों और बुजुर्गों का शरीर पानी के असंतुलन को जल्दी झेल नहीं पाता
डॉक्टर या न्यूट्रिशनिस्ट की सलाह पर ही पानी की मात्रा बढ़ाएं
