घरेलू सर्राफा बाजार में सोने के भाव 77000 रुपये प्रति दस ग्राम तक पहुंच गए है. वहीं, MCX (शेयर की तरह सोने की ट्रेडिंग होती है) पर सोने की कीमतें अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं. जियोपॉलिटिकल टेंशन के बीच 75,000 रुपये से ऊपर बंद हुईं. इसके अलावा इंटरनेशन मार्केट में सोने का भाव पहली बार $2664 डॉलर प्रति औंस पर है. एक्सपर्ट्स ने बताया क्यों सोने के भाव बढ़ रहे है.
5 कारण सोने की कीमतें बढ़ने के
1. जियोपॉलिटिकल टेंशन
2. फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में बड़ी कटौती
3. अमेरिकी डॉलर का कमजोर होना- डॉलर कमजोर होकर 100.51 पर आ गया, जिससे सोने की कीमत में वृद्धि हुई.
4. महंगाई में कमी आने के बाद ब्याज दरों में और कटौती के संकेत
5. सेफ इन्वेस्टमेंट के तौर पर लोग सोने में पैसा लगा रहे हैं.
अब कब होगा सस्ता?
MCX पर मंगलवार यानि 24 सितंबर 2024 को सोने की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गईं, पहली बार ₹75,000 से ऊपर बंद हुईं,
अकेले सितंबर में 4.74% की तेजी आई है. कमोडिटी एक्सपर्ट और केडिया कमोडिटी के एमडी अजय केडिया का कहना है कि इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच बढ़ते संघर्ष और लेबनान में स्थिति बिगड़ने और ग्लोबल मार्केट में अनिश्चितता बढ़ने के साथ निवेशक सेफ इन्वेसटमेंट के तौर पर सोने में जमकर पैसा लगा रहे हैं. इसी का असर घरेलू मार्केट पर भी है. आने वाले दिनों में कीमतें गिरने की कोई संभावना नज़र नहीं आ रही है.
अमेरिकी डॉलर में उतार-चढ़ाव से भी सोने के बाजार में तेजी को सपोर्ट मिला है. आगे चलकर और ब्याज दरें घटने की उम्मीद में डॉलर इंडेक्स गिरकर 100.51 पर आ गया, जो हाल के महीनों में सबसे कम है.
शिकागो फेड के अध्यक्ष ऑस्टन गुल्सबी की आगे की दरों में कटौती की संभावना के बारे में टिप्पणी, जिसे मिनियापोलिस और अटलांटा फेड नेताओं के बयानों का समर्थन प्राप्त है. इससे संभवानाओं को और मजबूती मिली है.