कोलकाता : पश्चिम बंगाल में महिला डॉक्टर के रेप और हत्याकांड ने पूरे देश में हलचल मचा दी है। हर कोई हैरान है। सियासत शुरू हो गई है। महिला डॉक्टर के साथ जिस तरह से दरिंदगी की गई वह रूह कंपा देने वाली है। पुलिस ने एक आरोपी संजय रॉय को गिरफ्तार किया है। उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। उसकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने बताया कि किस तरह से संजय रॉय पर शक हुआ और किस तरह उसे गिरफ्तार किया गया।
आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला चेस्ट रोग विभाग में ट्रेनी डॉक्टर थी। एसआईटी ने शुक्रवार आधी रात से थोड़ा पहले पूछताछ के लिए 33 वर्षीय आरोपी को हिरासत में लिया था।
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आसानी से पहुंचा सेमिनार रूम
2019 में संजय रॉय की भर्ती हुई थी। वह के आरजी कर अस्पताल की पुलिस चौकी में तैनात किया गया था। वह काफी समय से यहां तैनात था इसलिए अस्पताल के हर विभाग में उनकी आसानी से पहुंच थी।
पुलिस को मिला फटा हुआ ईयरफोन
पुलिस ने महिला डॉक्टर की लाश मिलने के बाद जांच शुरू कि ती इमरजेंसी बिल्डिंग की तीसरी मंजिल पर सेमिनार रूम में एक फटा हुआ ईयरफोन मिला। पास में ही महिला डॉक्टर की लाश थी। पुलिस ने इसी ईयरफोन को लेकर जांच शुरू की। सीसीटीवी फुटेज में संजय रॉय को सुबह 4 बजे अपने गले में ब्लूटूथ डिवाइस लटकाए हुए इमरजेंसी बिल्डिंग में घुसते हुए भी दिखाया गया है।
पूरी रात पुलिस ने जुटाए सबूत
पुलिस आयुक्त विनीत गोयल ने कहा, ‘हमने पूरी रात सबूत एकत्र किए और घटनास्थल से एकत्र की गई वस्तुओं और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मामले में उसकी मजबूत संलिप्तता के कारण आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।’
बंगाल में उबाल
संजय रॉय को सियालदह कोर्ट में पेश किया गया, जहां कोई भी वकील उनका प्रतिनिधित्व करने के लिए तैयार नहीं हुआ। सरकारी वकील ने आर जी कर की घटना की तुलना 2012 के निर्भया मामले से करने के बाद कोर्ट ने उन्हें 14 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया। शनिवार को पूरे दिन आर जी कर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुए और पूरे बंगाल में अस्पतालों में फैल गए। एनआरएस, मेडिकल कॉलेज और सीएनएमसी जैसे नोडल सिटी अस्पतालों सहित अन्य परिसरों में जूनियर डॉक्टर, हाउस स्टाफ और इंटर्न बेहतर सुरक्षा और आरोपी के लिए कठोर सजा की मांग करते हुए काम से दूर रहे।
सीसीटीवी फुटेज में ईयरफोन की जांच
संजय रॉय 40 मिनट बाद बिल्डिंग से बाहर निकला तो उसके कान या गले में ईयरफोन नहीं था। बाद में डिवाइस को उनके सेलफोन से जोड़ा गया। शुक्रवार देर रात आधिकारिक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी 31 वर्षीय डॉक्टर पर यौन उत्पीड़न की पुष्टि हुई। रिपोर्ट में कहा गया है कि शरीर पर चोटों और संघर्ष के कई निशान थे। चेहरे, आंखों और चेहरे पर खून के धब्बे थे, शरीर के विभिन्न हिस्सों पर खरोंच के निशान थे और निजी अंगों से खून बह रहा था। होंठ, पेट, दाहिने हाथ और उंगलियों पर चोटें थीं जबकि कॉलर बोन टूटी हुई थी।