पिछले कुछ हफ्तों से इस बात की काफी चर्चा हो रही है कि बैंकों के पास डिपॉजिट (Bank Deposit) की कमी होती जा रही है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने भी इस मामले पर बैंकों को सलाह दी है कि वह इसे बढ़ाने पर जोर दें. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने भी कहा है कि बैंकों को अपना डिपॉजिट बढ़ाने के लिए आकर्षक स्कीम लानी होंगी, जिससे लोग बैंक डिपॉजिट के लिए प्रेरित हों.
इन तमाम चुनौतियों के बीच केनरा बैंक के मुख्य कार्यकारी और प्रबंध निदेशक के सत्यनारायण राजू ने एक अलग की प्लान बनाया है. शनिवार को उन्होंने कहा कि बैंक नई शाखाएं शुरू करके अपने कारोबार को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है. इस समय देश में जमा जुटाना एक चुनौती बन गया है, जिसके चलते कंपनी ने यह रणनीति अपनाई है. मुख्य कार्यकारी ने कहा कि बैंक ने वित्त वर्ष 2023-24 में 150 शाखाएं शुरू की हैं और चालू वित्त वर्ष 2024-25 में 250 और शाखाएं खोलने की तैयारी जारी है.
पश्चिम गोदावरी जिला के मुख्यालय भीमावरम में एक क्षेत्रीय कार्यालय के उद्घाटन के मौके पर राजू ने पीटीआई-भाषा को बताया, ”चूंकि भारत में आजकल बैंकरों के लिए जमा जुटाना एक बड़ी चुनौती बन गया है, इसलिए हमने अब नियमित रूप से शाखाओं का विस्तार करना शुरू कर दिया है.”
उन्होंने कहा कि 2020 में सिंडिकेट बैंक के केनरा बैंक के साथ विलय के दौरान दोनों ऋणदाताओं की 1,300 शाखाएं बंद हो गई थीं. मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में 22 नई शाखाएं खोली जाएंगी.