दिल्ली विधानसभा चुनाव में हार के बाद से आम आदमी पार्टी (आप) की राजनीति को लेकर अलग-अलग तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. आप संयोजक अरविंद केजरीवाल की हाल के बाद जहां अरविंद केजरीवाल के राज्यसभा में एंट्री की भविष्यवाणी कांग्रेस ने की थी. वह 26 फरवरी को और मजबूत हो गई जब पार्टी ने अपने ही एक राज्यसभा सदस्य से इस्तीफा लेकर उसे पंजाब में विधानसभा सीट के लिए उम्मीदवार बनाया है. हालांकि पार्टी ने राज्यसभा के लिए अरविंद केजरीवाल को उम्मीदवार बनाए जाने की सभी संभावनाओं से इनकार किया है लेकिन उस खाली हुई सीट के लिए किसी दूसरे उम्मीदवार के नाम का भी ऐलान नहीं किया है.
अरविंद केजरीवाल के राज्यसभा जाने की खबरों पर आम आदमी पार्टी ने सभी खबरों का खंडन किया है. आप प्रवक्ता नील गर्ग ने अरविंद केजरीवाल को राज्यसभा भेजे जाने की चर्चाओं पर कहा कि यह महज अफवाहें हैं इसके पीछे बीजेपी है, जो इसकी स्क्रिप्ट लिखती है ऐसा कुछ नहीं है. पर सवाल यह उठ रहा है कि संजीव अरोड़ा के इस्तीफे के बाद आखिर किसी दूसरे उम्मीदवार के नाम का ऐलान राज्यसभा के लिए क्यों नहीं हो रहा है. अगर इस सीट से केजरीवाल राज्यसभा नहीं जा रहे हैं तो पार्टी दूसरे नाम का भी ऐलान भी नहीं कर रही है जिसकी वजह से अटकलों का बाजार गर्म है.
क्यों उपचुनाव में संजय अरोड़ा को उतारा?
आखिर संजीव अरोड़ा को पंजाब के लुधियान विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में क्यों उम्मीदवार बनाया गया है. पार्टी का कहना है कि संजीव आरोड़ा को इसलिए उम्मीदवार बनाया गया है क्योंकि वो लुधियाना के ही रहने वाले हैं और एक समाजसेवी है और बहुत लंबे समय से वहां काम कर रहे हैं. कांग्रेस सांसद सुखपाल सिंह खैरा का कहना है कि आम आदमी पार्टी ने लालच देकर सांसद संजीव अरोड़ा को विधानसभा चुनाव में उतारा है.उन्हें मंत्री बनाने का भी लालच दिया गया होगा और जो राज्यसभा सीट खाली करवाई होगी. यहां से अरविंद केजरीवाल को राज्यसभा सांसद बनाए जाने का प्रयास किया जा रहा है.
कब होगा राज्यसभा उम्मीदवार के नाम का ऐलान?
संजय आरोड़ा के इस्तीफा देने के बाद से अरविंद केजरीवाल के नाम की चर्चा हर तरफ है कि वह राज्यसभा जा सकते हैं. लेकिन पार्टी इस सभी खबरों से इनकार कर रही है और उसका कहना है कि पंजाब के उपचुनाव के नतीजे आने के बाद ही यह तय किया जाएगा कि राज्यसभा में किसको भेजा जाएगा, लेकिन एक बात तय है कि कोई बेहतर उम्मीदवार ही राज्यसभा जाएगा. वहीं केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने संजीव अरोड़ा के चुनाव लड़ने पर केजरीवाल पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि केजरीवाल राज्यसभा में एंट्री की कोशिश में लगे हैं. वहीं आप सांसद स्वाति मालीवाल ने ट्वीट करके कहा है कि कुर्सी के लिए… कभी दिल्ली का बेटा, कभी हरियाणा का लाल और अब पंजाब दा पुत्तर…
संजीव आरोड़ा ने क्या कहा?
‘आप’ नेता संजीव अरोड़ा ने लुधियाना पश्चिम सीट से टिकट मिलने पर पार्टी नेतृत्व का आभार जताया. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “लुधियाना पश्चिम उपचुनाव लड़ने के लिए मुझ पर भरोसा जताने के लिए आम आदमी पार्टी के नेतृत्व के प्रति विनम्र और आभारी हूं. अपने गृहनगर से गहराई से जुड़े होने के नाते, मैं समर्पण और ईमानदारी के साथ अपने लोगों की सेवा करने के लिए तत्पर हूं. संजीव अरोड़ा वर्तमान में राज्यसभा के सदस्य हैं. वह साल 2022 में राज्यसभा सांसद बने थे. उनकी गिनती लुधियाना के बड़े व्यवसायियों में होती है.
क्यों हो रहा है लुधियान वेस्ट की सीट पर चुनाव?
आम आदमी पार्टी के विधायक गुरप्रीत गोगी की मौत के बाद लुधियाना पश्चिम सीट खाली हुई है. आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक गुरप्रीत गोगी की गोली लगने से मौत हो गई थी. वह साल 2022 के विधानसभा चुनाव में लुधियाना पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से पार्टी के विधायक चुने गए थे. विधायक बनने से पहले, वह दो बार पार्षद रह चुके थे। वह कांग्रेस जिला (शहरी) अध्यक्ष भी थे और 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले आप में शामिल हो गए थे.
