राजधानी में जनता क्लिनिकों में नौकरी के नाम पर घोटाले के आरोप लगे है। 21 जनता क्लिनिकों में कई डॉक्टर व अन्य मेडिकल कर्मचारियों को नए टैंडर में हटाया गया है। जिन्होंने आरोप लगाए है कि उनसे अक्सा कन्सट्रक्शन कंपनी के कर्मचारी अरविंद मालवीय ने नौकरी के नाम पर रुपयों की मांग की थी। लेकिन जब यह रुपए नहीं दिए गए तो उनको नौकरी से हटा दिया गया। यह मामला सीएमएचओ प्रथम के अधीन है। लेकिन अब यह मामला एनएचएम की एडिश्नल मिशन डायरेक्टर डॉ टी शुभामंगला तक पहुंच गया है।
स्टांप पर लिखकर दिए पीड़ितों ने…
पीड़ित डॉक्टर, नर्सिंग कर्मचारी व अन्य मेडिकल स्टॉफ ने 100 रुपए के स्टांप पर लिखकर एएमडी को शिकायत दी है। जिसमें लिखा है कि अक्सा कन्सट्रक्शन कंपनी को टैंडर मिला। कंपनी का कर्मचारी अरविंद मालवीय कर्मचारियों से डिग्री, डिप्लोमा व अन्य दस्तावेज ले गया। ज्वाइनिंग के लिए अवैध तरीके से रुपयों की मांग की। करीब 40 से ज्यादा पीड़ित कर्मचारियों ने स्टांप दिए है। मंगलवार को पीड़ित स्वास्थ्य भवन पहुंचे थे। इससे पहले पीड़ित कर्मचारियों ने एएमडी टी शुभामंगला से मुलाकात की थी। जिनके कहने पर पीड़ित कर्मचारियों ने स्टांप लिखकर अपनी बात कही।
कौन है अरविंद मालवीय, मैं नहीं जानता : सीएमएचओ
यह पूरा मामला सीएमएचओ प्रथम डॉ रवि शेखावत के अधीन है। पत्रिका ने इस संबंध में सीएमएचओ से बात की तो उन्होंने कहा कि अरविंद मालवीय कौन है, मैं नहीं जानता हूं। मेरे पास भी यह शिकायत आई थी। मैंने इस संबंध में अक्सा कंट्रक्शन से पूछा था। उन्होंने कहा कि वह भी नहीं जानते की अरविंद मालवीय कौन है। सीएमएचओ ने कहा कि इस संबंध में जांच जारी है कि आखिर कौन जनता क्लिनिकों पर गया। वहां से कर्मचारियों के नौकरी के नाम पर दस्तावेज कौन लेकर गया।
पीड़ित बोले, सब मिलीभगत का खेल…
पीड़ित कर्मचारियों का कहना है कि पूरा खेल मिलीभगत का है। इसमें कोई शक नहीं है। क्योंकि एक व्यक्ति 21 जनता क्लिनिक में कंपनी का कर्मचारी बनकर जाता है और नौकरी के नाम पर रुपयों की डिमांड करता है। चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को उसके बारे में जानकारी नहीं है। ऐसा कैसे संभव है।
क्या ऐसे करोड़ो खर्च कर रही सरकार…
आयुष्मान भारत योजना के तहत संचालित आयुष्मान आरोग्य मंदिर परम धनम (जनता क्लिनिक) के नाम से चल रहे है। हेल्थ को लेकर सरकार की ओर से जनता क्लिनिकों पर करोड़ों रुपए खर्च किए जाते है। ताकी मरीजों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। लेकिन क्या सरकार की ओर से इस तरह से करोड़ो रुपए खर्च किए जा रहे है।
दो कंपनियों को मिला टैंडर..
मामले के अनुसार सीएमएचओ जयपुर प्रथम की ओर से अक्सा कंस्ट्रक्शन एंड लेबर सप्लायर्स और जीएस एंड कंपनी को टैंडर दिया गया है। एक सितंबर 2025 से दोनो कंपनियों ने काम करना शुरू कर दिया है। इससे पहले अमर एसोसिएट प्लेसमेंट एजेंसी के जरिए कर्मचारी काम कर रहे थे। लेकिन इस बार अमर एसोसिएट ने टैंडर के लिए अप्लाई ही नहीं किया। जिसके चलते उसका टैंडर समाप्त हो गया। जयपुर में 42 जनता क्लिनिक है। दोनों फर्मों को 21-21 जनता क्लिनिकों का टैंडर मिला है।





