झारखंड के मंत्री आलमगीर आलम के पर्सनल सेक्रेटरी संजीव लाल (Sanjeev Lal) को ED ने गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही उनके हाउस हेल्प जहांगीर आलम (Jahangir alam) को भी गिरफ्तार किया गया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक दोनों से रात भर पूछताछ हुई, जिसके बाद PMLA के प्रावधानों के तहत पहले हिरासत में लिया गया. फिर उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
दरअसल, ED ने 6 मई को आलमगीर आलम (Alamgir Alam) के पर्सनल सेक्रेटरी संजीव लाल के हाउस हेल्प के घर पर छापेमारी कर करोड़ों की नगदी बरामद की. रिपोर्ट्स के मुताबिक उनके घर से ED को करीब 35 करोड़ रुपये मिले. इस मामले में कुल 6 जगहों पर छापेमारी हुई. रिपोर्ट्स के मुताबिक इस मामले में जल्द ही ED मंत्री आलमगीर आलम को समन करेगी. बताया गया कि मंत्री से जुड़ी जगहों से 32 करोड़ रुपये से अधिक की नगदी जब्त की गई. जबकि कुछ और जगहों पर की गई. तलाशी में तीन करोड़ रुपये से अधिक की नगदी बरामद की गई.
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किस केस में हुई छापेमारी?
ये रेड झारखंड ग्रामीण विकास विभाग की योजनाओं में कथित अनियमितताओं से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस के सिलसिले में की गई है. मामले को लेकर पिछले साल फरवरी में विभाग के चीफ इंजीनियर वीरेंद्र के राम को अरेस्ट किया गया था. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ED ने बताया था कि वीरेंद्र ने ठेकेदारों को टेंडर आवंटित करने के बदले उनसे कमीशन के नाम पर पैसे लिए थे. एजेंसी ने आरोप लगाया कि राम और उसके परिवार के सदस्यों ने उन पैसों का इस्तेमाल आलीशान जीवन जीने के लिए इस्तेमाल किया. इससे पहले, 2019 में वीरेंद्र के एक जूनियर के पास से भारी मात्रा में नगदी बरामद हुई थी. बाद में PMLA के तहत केस ED को ट्रांसफर कर दिया गया.
वहीं छापेमारी के बाद से आलमगीर आलम के नाम की काफी चर्चा हो रही है. बताते चलें कि आलमगीर आलम चंपई सोरेन सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री हैं. साल 1954 में जन्मे आलमगीर झारखंड की राजनीति में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता माने जाते हैं. वो पाकुड़ विधानसभा से चार बार के विधायक हैं.