जयपुर, 30 अप्रैल 2025। जयपुर विकास प्राधिकरण (जविप्रा) द्वारा शहर के विभिन्न जोनों में की गई व्यापक प्रवर्तन कार्रवाई में करोड़ों रुपये मूल्य की सरकारी भूमि को अवैध कब्जों से मुक्त करवाया गया। यह कार्रवाई मुख्य नियंत्रक प्रवर्तन आदर्श चौधरी के पर्यवेक्षण में जोन-05, जोन-10 और जोन-07 में संपन्न हुई।
जोन-05: बदरवास, रानी सती नगर में 100 करोड़ की भूमि मुक्त
जोन-05 के अंतर्गत आने वाले ग्राम बदरवास, रानी सती नगर में लगभग 20 बीघा बेशकीमती सरकारी भूमि पर अवैध दीवार, पार्किंग, तारबंदी, गेट आदि के माध्यम से कब्जा कर लिया गया था।
सूचना मिलने पर जोन-05 के राजस्व व तकनीकी स्टॉफ की निशानदेही पर प्रवर्तन दल द्वारा जेसीबी मशीन व मजदूरों की सहायता से अवैध निर्माण को ध्वस्त किया गया।
मुक्त करवाई गई भूमि की अनुमानित कीमत करीब 100 करोड़ रुपये आंकी गई है।
जोन-10: ग्राम चावण्ड का मण्ड में नाले की भूमि पर अवैध कब्जा हटाया गया
जोन-10 के क्षेत्राधिकार में स्थित ईकोलॉजिकल ज़ोन, ग्राम चावण्ड का मण्ड में लगभग 500 मीटर क्षेत्र में नाले की सरकारी भूमि पर चार अलग-अलग स्थानों पर अवैध पत्थर की चारदीवारी, बाउंड्रीवाल, मकाननुमा ढाँचे आदि बनाए गए थे।
उपयुक्त स्टाफ की निगरानी में लोखंडा, जेसीबी व मजदूरों की मदद से यह सभी अवैध निर्माण हटवाए गए और भूमि को अतिक्रमण मुक्त किया गया।
जोन-07: निवारू रोड पर मैरिज गार्डन को पुनः सील किया गया
जोन-07 अंतर्गत निवारू रोड पर श्रीराम मैरिज गार्डन के अवैध निर्माण को पूर्व में धारा 32 व 33 (JDA एक्ट) के तहत नोटिस देकर सील किया गया था।
न्यायालय के आदेश के अनुसार इसे अस्थायी रूप से सील मुक्त किया गया था, लेकिन निर्धारित समय अवधि समाप्त होने पर आज दिनांक 30 अप्रैल 2025 को पुनः इंजीनियरिंग शाखा की सहायता से प्रवेश द्वारों को ताला, सील एवं चपड़ी लगाकर विधिवत रूप से सील कर दिया गया।
