जयपुरः राजस्थान के चित्तौगढ़ की मेवाड़ यूनिवर्सिटी से कश्मीरी छात्रों के सस्पेंशन के मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है. यूनिवर्सिटी ने सभी 38 छात्रों को सस्पेंड करने का आदेश वापस ले लिया है. बीते दिनों कश्मीरी छात्रों ने राजस्थान काउंसलिंग में नंबर नहीं आने को लेकर प्रदर्शन किया था. जिसके बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने थर्ड ईयर के इन छात्रों को निलंबित कर दिया था. इसके बाद मामले ने तूल पकड़ा और कश्मीर के राजनेताओं समेत कश्मीर स्टूडेंट यूनियन ने प्रदेश सरकार से मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की थी.
मेवाड़ गंगरार युनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार ने हाल ही में एक आदेश जारी किया. जिसमें लिखा कि मेवाड़ विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले कश्मीरी छात्रों के अनुरोध को ध्यान में रखते हुए और सरकारी प्रशासन की सलाह पर विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों के निलंबन का आदेश तत्काल वापस लेता है. यूनिवर्सिटी की ओर से मंगलवार को कश्मीरी छात्रों के निलंबन आदेश को वापस लिया गया. साथ ही इस आदेश में कहा गया कि छात्रों के मुद्दे पर शांतिपूर्ण ढ़ंग से हल करने पर चर्चा की जा रही है.
इस लामबंद हुए थे छात्र
बताया जा रहा है कि छात्र लगातार तीन दिनों तक बीएससी नर्सिंग पाठ्यक्रम के लिए राजस्थान नर्सिंग काउंसिल (आरएनसी) और भारतीय नर्सिंग काउंसिल (आईएनसी) में काउंसलिंग में नंबर नहीं आने से गुस्साए हुए थे. इसी वजह से प्रदर्शन कर रहे थे. इसमें सभी बीएससी थर्ड ईयर के स्टूडेंट थे. उनके खिलाफ एक्शन लेते हुए यूनिवर्सिटी ने उन्हें सस्पेंड कर दिया था. जिसके बाद मामला ने राजनैतिक मोड ले लिया था.
राजनैतिक हस्तक्षेप
मामले को लेकर कश्मीर की स्कूल शिक्षा और उच्च शिक्षा मंत्री सकीना इटू ने मुद्दे को जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के सामने उठाया था. सीएम अब्दुल्ला ने आश्वासन दिया था कि इसके समाधान के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री के बात की जाएगी. अब मंगलवार को सस्पेंशन का आदेश रद्द किया गया.