राजस्थान की बीजेपी की भजनलाल सरकार ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट के तौर पर अपने पहले बजट में नौ ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे का ऐलान किया है. सूबे की सरकार की इस परिकल्पना में 345 किलोमीटर लंबा जयपुर-फलौदी ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे ढूंढाड तथा मारवाड़ को और नजदीक लाएगा. राजस्थान में सत्ता की केन्द्र बिन्दु राजधानी जयपुर का सीधे मारवाड़ से यह कनेक्शन बेहद अहम है. यह एक्सप्रेसवे न केवल दो शहरों को सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करेगा बल्कि पर्यटन के लिहाजा से भी खासा अहम साबित होगा.
फलौदी राजस्थान का वह शहर है जो देशभर में सट्टेबाजी के लिए प्रसिद्ध है. फलौदी में केवल चुनाव पर ही नहीं बल्कि क्रिकेट और बारिश पर भी सट्टा लगाया जाता है. चुनावों के समय देशभर की नजर फलौदी के सट्टा बाजार पर रहती है. फलौदी पहले जोधपुर जिले का हिस्सा था. लेकिन अब स्वतंत्र जिला बन गया है. फलौदी मारवाड़ का बेहद अहम शहर है. इसका जयपुर से सीधा जुड़ाव मारवाड़ के पर्यटन को बढ़ाएगा. क्योंकि जोधपुर राजस्थान का बड़ा टूरिस्ट प्वाइंट है.
दोनों शहरों के रास्ते में नागौर बड़ा स्टेशन है
पर्यटन के जानकारों की मानें तो इससे जयपुर आने वाले पर्यटक का मारवाड़ से सीधा जुड़ाव होगा. इन दोनों शहरों के रास्ते में नागौर बड़ा स्टेशन पड़ता है. फलौदी के पास मथानिया शहर है. यहां की लाल मिर्च बेहद प्रसिद्ध है. इसका भी लंबा चौड़ा कारोबार है. इनके बीच करीब 100 किलोमीटर की दूरी है. वहीं जोधपुर की दूरी करीबन 120 किलोमीटर है. व्यापार और पर्यटन दोनों के लिहाज से यह एक्सप्रेसवे इनके विकास में सहायक होगा.
अभी प्रोजेक्ट का विस्तृत ले-आउट सामने नहीं आया है
बजट में अभी केवल इस ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे की परिकल्पना की गई है. इसका विस्तृत ले-आउट सामने नहीं आया है कि इसे किस मार्ग से निकाला जाएगा. लेकिन यह तय है कि यह एक्सप्रेसवे राजस्थान के दोनों अलग-अलग संस्कृति वाले इलाकों ढूंढाड़ और मारवाड़ को जोड़ने में अहम भूमिका अदा करेगा.