Jaipur News: नगर निगम हैरिटेज की साधारण की सभा की तीसरी बैठक कार्यवाहक मेयर कुसुम यादव की अध्यक्षता में हुई. राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित बैठक में सदन की परम्पराओं को तोडने वाली तस्वीरें भी नजर आई. बैठक तय समय 11 बजे से सात मिनट देरी से शुरू हुई.
उसके बाद दिवंगतों को श्रद्धांजलि देने के बाद बैठक को पंद्रह मिनट के लिए स्थगित करके जैसे ही मेयर कुसुम यादव चेयर से उठने लगी तो पार्षद ने टोकते हुए कहा की दो मिनट का मौन रखकर बैठक को स्थगित किया जाए. हालांकि भूल को सुधार करते हुए मेयर कुसुम यादव ने दिवंगतों को श्रद्धांजलि देते हुए दो मिनट का मौन रखा और उसके बाद बैठक को 15 मिनट के लिए स्थगित किया. करीब चार घंटे तक चली साधारण सभा की बैठक में 13 प्रस्तावों में 12 पर मोहर लग गई.
हालांकि निगम कर्मचारियों के विरुद्ध भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) में दर्ज आपराधिक प्रकरणों की अभियोजन स्वीकृति के प्रस्ताव को सदन ने डेफर कर दिया. इसे डेफर करने के लिए पहले कांग्रेस के वरिष्ठ पार्षद उमरदराज आगे आए और उसके बाद उप महापौर ने मोर्चा संभाला. बाद में महापौर कुसुम यादव ने कमेटी बनाकर जांच की बात कहते हुए प्रस्ताव को डेफर कर दिया.
प्रस्ताव संख्या चार-बी पर बोलते हुए उमरदराज ने कहा कि इन कर्मचारियों और अधिकारियों के भी बाल-बच्चे हैं. छोटी-मोटी गलतियां हर किसी से हो जाती हैं. इन छोटी-मोटी गलतियों को नजरअंदाज करने का हमारा काम है. ये हमारे कर्मचारी हैं. इसके बाद उप महापौर असलम फारुखी बोले इस हैरिटेज की पहली मीटिंग बहुत शांति से चल रही है. मैं सिर्फ इतना कहना चाहूंगा कि आपकी भी पहली मीटिंग है, क्यों न इस प्रस्ताव को डेफर करके कोई नकारात्मक संदेश न दें.
कार्यवाहक महापौर कुसुम यादव ने कहा कि किया आप दोनों की भावनाएं पवित्र हैं, इस प्रस्वतचर्चा करनी बाकी है. प्रस्ताव को डेफर करती हूं. आप सभी चाहते हैं कि इस पर दुबारा विचार हो, हमसे कोई गलती न हो जाए. मेयर कुसुम यादव ने कहा की मैं आप सभी को विश्वास दिलाना चाहती हूं कि मन, कर्म और वचन से जयपुर के हित के काम करूंगी. कभी किसी से भेदभाव नहीं करूंगी. सभी वार्ड मेरे लिए एक समान हैं. वार्ड का विकास और जयपुर की जनता का सम्मान करना मेरा कर्तव्य है. विकास मेरी प्राथमिकता है.