पुरुषों के लिए पेशाब करने का सही तरीक़ा क्या है? यह ऐसा सवाल है, जिस पर पुरुषों के बीच बहस होती रहती है.
हालांकि मेडिकली अभी तक कोई पक्का सबूत नहीं मिला है कि बैठकर पेशाब करने से सेहत को फ़ायदा होता है.
हालांकि इस पर एक किस्म की सहमति है कि बैठकर पेशाब करना ज़्यादा ठीक तरीक़ा है.
ब्रिटेन की यूरोलॉजी फाउंडेशन की अध्यक्ष डॉक्टर मैरी गार्थवेट ने बीबीसी को बताया, “पेशाब करने का कोई एकदम सही या ग़लत तरीक़ा नहीं है, यह हर शख्स पर निर्भर करता है. लेकिन अगर टॉइलेट साफ़ हो तो बैठकर करना ज़्यादा सुरक्षित है.”
डॉक्टर मैरी गार्थवेट कहती हैं कि जिन्हें चलने-फिरने या बैलेंस करने में दिक्क़त है, या रात को नींद खुलने पर सीधे टॉइलेट भागना पड़ता है, उनके लिए बैठना कहीं ज़्यादा सुरक्षित रहता है.

2014 में नीदरलैंड की लीडेन यूनिवर्सिटी की एक स्टडी में डाक्टरों ने यह देखा कि बॉडी पोजिशन पेशाब की गति और ब्लैडर ख़ाली होने के समय को कैसे प्रभावित करती है.
इस स्टडी में पाया गया कि जिन पुरुषों का प्रोस्टेट बढ़ा हुआ था, वे बैठकर पेशाब करने से ब्लैडर तेज़ी से और पूरी तरह ख़ाली कर पाते थे. लेकिन हेल्दी पुरुषों में इसका कोई ख़ास फ़र्क़ नहीं दिखा.






