दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टी20 में शतक लगाने वाले संजू सैमसन ने अपने संघर्षो को लेकर बातचीत की है। उन्होंने कहा कि शुरुआती दिनों में असफलताओं के कारण उन्हें अपनी क्षमता पर संदेह हुआ था, लेकिन आत्मविश्वास और कप्तान और कोच के समर्थन ने उन्हें मजबूत वापसी करने में मदद की। सैमसन ने शुक्रवार को डरबन में दक्षिण अफ्रीका पर भारत की 61 रन की आसान जीत में 50 गेंदों में 107 रन की शानदार पारी खेली। वह टी20 अंतरराष्ट्रीय में लगातार दो शतक लगाने वाले भारत के पहले खिलाड़ी बन गए।
Bigg Boss 18: अब कौन होगा बिग बॉस के घर से बाहर…….’इन 4 कंटेस्टेंट्स पर लटकी नॉमिनेशन की तलवार……
‘कई असफलताओं का सामना किया’
सैमसन ने मैच के बाद कहा, ‘मैंने अपने करियर में कई असफलताओं का सामना किया है। मुझे लगता है कि जब आप उस असफलता से गुजरते हैं, तो आपके मन में बहुत सारे संदेह होते हैं। लोग निश्चित रूप से बहुत कुछ कहते हैं और सोशल मीडिया निश्चित रूप से एक बड़ी भूमिका निभाता है। आप भी अपने बारे में बहुत कुछ सोचते हैं। मैं सोच रहा था कि क्या मैं अंतरराष्ट्रीय स्तर के लिए नहीं बना हूं? मुझे सोचता था कि मैं आईपीएल में अच्छा कर रहा हूं। मैं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन क्यों नहीं कर पा रहा हूं? मेरे मन में ऐसे बहुत सारे विचार आए, लेकिन इतने वर्षों के अनुभव के बाद अब मुझे पता है कि मेरी क्षमता क्या है।’
‘मेरे पास हर गेंद को खेलने की क्षमता’
सैमसन ने कहा, ‘अगर मैं विकेट पर कुछ समय बिताता हूं, तो मेरे पास स्पिन और पेस बॉलिंग पर शॉट लगाने की क्षमता है और मुझे पता है कि मैं निश्चित रूप से टीम के लिए अच्छा योगदान दे सकता हूं। मैं मैच जिता सकता हूं। निश्चित रूप से मेरे करियर में बहुत सारे उतार-चढ़ाव रहे हैं, लेकिन इसका भी अपना फायदा है।’ सैमसन सोमवार को 30 वर्ष के हो गए। वह श्रीलंका में लगातार शून्य पर आउट हुए थे, लेकिन इसके बाद बांग्लादेश के खिलाफ तीसरे टी20 में उन्होंने 111 रनों की पारी खेली और अब एक और शतक जड़ा।
सैमसन ने अपने बुरे दौर के बारे में बताया
केरल के बल्लेबाज ने अपने खराब दौर के दौरान कप्तान सूर्यकुमार यादव और कोच गौतम गंभीर से मिले महत्वपूर्ण समर्थन को स्वीकार किया। उन्होंने कहा, ‘जब आपके पास सूर्यकुमार यादव और गौतम भाई और वीवीएस लक्ष्मण सर जैसे मदद करने वाले होते हैं, तो ये सभी विफलताओं के दौरान आपका समर्थन करते हैं। जिस तरह से वे आपकी विफलताओं के दौरान आपसे बात करते हैं, वह बहुत महत्वपूर्ण है। हर कोई जानता है कि अगर हम नकारात्मक दौर से गुजर रहे हैं। तो खिलाड़ी वहां खो सकता है।’
‘मेरे बुरे समय में गंभीर और SKY ने मदद की’
सैमसन ने कहा, ‘तो मेरे बुरे समय में मुझे गौतम भाई और सूर्यकुमार के बहुत सारे फोन आए। उन्होंने मुझे बताया कि किस चीज पर काम करना है। उन्होंने कहा कि आप स्पिन पर और मेहनत कर सकते हो। आप केरल के सभी स्पिनरों को इकट्ठा करो और वहां के उबड़-खाबड़ विकेटों पर अभ्यास करो। उन्होंने और भी चीजें करने को कहा। तो अगर आपका कप्तान आपको कुछ बता रहा है कि शून्य के बाद अभ्यास कैसे करना है, तो आपको विश्वास है कि कप्तान आप पर भरोसा कर रहा है। वह चाहता है कि आप अच्छा प्रदर्शन करें। इसलिए मुझे लगता है कि ये सभी छोटी-छोटी चीजें बहुत बड़ी भूमिका निभाती हैं। मेरी वापसी में इसने अहम भूमिका निभाई।