बेंगलुरु टेस्ट मैच गंवाने के बाद जब टीम इंडिया ने सीरीज के बचे हुए दूसरे और तीसरे टेस्ट मैच के लिए वॉशिंगटन सुंदर को स्क्वॉड में बुलाया था, तब किसी ने सोचा नहीं होगा कि यह एक मास्टरस्ट्रोक साबित होगा। वॉशिंगटन सुंदर को पुणे टेस्ट के प्लेइंग XI में जब कुलदीप यादव की जगह शामिल किया गया, तो भी इसको लेकर सवाल खड़े हुए, लेकिन सुंदर ने अपनी गेंदबाजी से कई दिग्गजों का मुंह बंद करा दिया है। वॉशिंगटन ने पहली पारी में फाइव विकेट हॉल कर लिया है, जो टेस्ट क्रिकेट में उनका पहला फाइव विकेट हॉल भी है। इस दौरान सुंदर ने जिस तरह से इनफॉर्म कीवी बैटर रचिन रविंद्र को आउट किया, उसने सबका दिल जीत लिया है। अगर सुंदर की इस बॉल को अभी तक इस सीरीज की बेस्ट बॉल कहा जाए, तो इसमें कुछ गलत भी नहीं होगा। सुंदर ने जिस तरह से रचिन को आउट किया, वह एक बार देखकर आपका भी मन नहीं भरेगा।
पहले टेस्ट की पहली पारी में शतक लगाने वाले भारतीय मूल के कीवी बैटर रचिन रविंद्र दूसरे टेस्ट में भी शतक लगाने की ओर बढ़ रहे थे, तभी वॉशिंगटन सुंदर ने उनके अरमानों पर अपनी जादुई गेंद से पानी फेर दिया। रचिन 65 रन बनाकर आउट हुए।
रचिन जिस तरह से इस सीरीज में बैटिंग कर रहे थे, उन्हें किसी इसी तरह की बॉल से आउट किया जा सकता था। राउंड द विकेट आकर सुंदर ने जिस तरह से इस गेंद को फेंका रचिन कुछ समझ पाते इससे पहले ही वह बोल्ड हो चुके थे। रचिन गेंद खेलने के लिए आगे बढ़े लेकिन इसको रोक नहीं पाए और बोल्ड हो गए। यहीं से कीवी टीम के पतन की भी शुरुआत हो गई। कीवी टीम ने इस तरह से अपना चौथा विकेट गंवाया था और इसके बाद सुंदर ने एक के बाद एक टॉम ब्लंडेल, डेरेल मिचेल, ग्लेन फिलिप्स और टिम साउदी को पवेलियन का रास्ता दिखा दिया। इसके बाद सुंदर ने एजाज पटेल को लेकर अपने खाते में छठा विकेट भी जोड़ लिया।