नई दिल्ली. भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बना चुकी न्यूजीलैंड का इरादा क्लीन स्वीप का है. मुंबई में आखिरी टेस्ट मैच खेला जाना है. इस मुकाबले से पहले न्यूजीलैंड को पूर्व कप्तान केन विलियमसन के खेलने की उम्मीद थी लेकिन वो इस मुकाबले में नहीं खेलेंगे. पहला दो मैच से बाहर रहने वाले केन मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में होने वाले तीसरे और अंतिम टेस्ट से बाहर हो गए हैं. विलियमसन न्यूजीलैंड में ही रहेंगे, जहां वे श्रीलंका दौरे के दौरान लगी ग्रोइन चोट से उबर रहे हैं।
केन विलियमसन को लेकर यह फैसला 28 नवंबर से क्राइस्टचर्च के हेगले ओवल में इंग्लैंड के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की सीरीज को ध्यान में रखते हुए लिया गया है. टीम के मुख्य कोच गैरी स्टीड ने कहा कि केन की रिकवरी अच्छी चल रही है, लेकिन वह अभी इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी के लिए तैयार नहीं हैं. स्टीड चाहते हैं कि वह बेन स्टोक्स की अगुवाई वाली इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज के लिए फिट रहें.
स्टीड ने कहा, “केन अच्छी प्रगति कर रहे हैं, लेकिन वह अभी हमारे साथ जुड़ने के लिए तैयार नहीं हैं. चीजें सकारात्मक दिख रही हैं, लेकिन हम मानते हैं कि उनके लिए सबसे अच्छा यही होगा कि वह न्यूजीलैंड में ही रहें जिससे वह इंग्लैंड के खिलाफ खेलने के लिए पूरी तरह तैयार हो सकें. इंग्लैंड की सीरीज अभी एक महीने दूर है, इसलिए अभी सावधानी बरतना सुनिश्चित करेगा कि वह क्राइस्टचर्च में पहले टेस्ट के लिए तैयार हों.”
विलियमसन की अनुपस्थिति में न्यूजीलैंड ने पुणे में इतिहास रचते हुए भारतीय धरती पर अपनी पहली टेस्ट सीरीज जीती. टॉम लेथम की अगुवाई वाली टीम ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) 2023-25 के फाइनल में पहुंचने की अपनी संभावनाओं को भी जीवित रखा है. विलियमसन की जगह टीम में शामिल हुए विल यंग ने चार पारियों में 40.67 की औसत से 122 रन बनाए हैं. नंबर 3 पर बल्लेबाजी करते हुए, उन्होंने रचिन रवींद्र के साथ मिलकर बेंगलुरु में 107 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए कोई नाटकीय मोड़ नहीं आने दिया.