दिग्गज भारतीय क्रिकेटर और टीम इंडिया के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन को बड़ा झटका लगा है. IPL 2025 के बीच हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन ने बड़ा एक्शन लेते हुए राजीव गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम में एक स्टैंड से उनके नाम को हटा दिया है. दरअसल, स्टेडियम के नॉर्थ पवेलियन में उनके नाम से बने स्टैंड पर काफी समय से विवाद जारी था. इसके खिलाफ शिकायत दर्ज की गई थी. अजहरुद्दीन पर नियमों के खिलाफ जाकर खुद के नाम से स्टैंड बनवाने का आरोप था. इसी मामले में लोकपाल ने फैसला सुनाया है. पूर्व चीफ जस्टिस वी ईश्वरैया ने अजहरुद्दीन पर आदेश देते कहा है कि उनके नाम से टिकट बिक्री समेत अब कोई भी काम नहीं होगा.
अजहरुद्दीन के खिलाफ क्यों हुई थी शिकायत?
HCA के सदस्य लॉर्ड्स क्रिकेट क्लब (LCC)ने फरवरी 2024 में अजहरुद्दीन के खिलाफ एक शिकायत दर्ज कराई थी. क्लब ने आरोप लगाया था कि अजहरुद्दीन ने स्टैंड का नाम बदलने के बाद अपने नाम पर रखा, जो मेमोरेंडम ऑफ एसोसिएशन और नियमों के खिलाफ है. शिकायत के अनुसार, अजहरुद्दीन HCA के अध्यक्ष पद पर रहते हुए स्टैंड का नाम बदलने के पक्ष में मतदान किया था, जो सीधे तौर पर ‘हितों के टकराव’ का मामला है.
लोकपाल ने शिकायत को सही पाया और अपने फैसले में भी कहा है कि अजरुद्दीन ने एसोसिएशन के सबसे बड़े पद पर रहते हुए खुद को फायदा पहुंचाया है. दरअसल, 2019 में अजहरुद्दीन हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन का अध्यक्ष पद संभाल रहे थे. इसी दौरान उन्होंने एक मीटिंग बुलाई थी, जिसमें स्टेडियम के नॉर्थ स्टैंड का नाम चेंज करके उनके नाम पर रखने का फैसला लिया गया था.
वीवीएस लक्ष्मण का नाम होगा स्टैंड
अजहरुद्दीन से पहले हैदराबाद के स्टेडियम में मौजूद ये स्टैंड पूर्व भारतीय क्रिकेटर और वर्तमान में NCA के हेड वीवीएस लक्ष्मण के नाम था. LCC ने अनुरोध किया था कि अजहरुद्दीन का नाम हटाकर इसे वापस लक्ष्मण के नाम पर रख दिया जाए. इसके अलावा टिकट छापने समेत सभी काम उनके नाम से ही हो. लोकपाल ने इस मांग को मान लिया है. अब 6 साल बाद ये स्टैंड वापस वीवीएस लक्ष्मण के नाम पर हो जाएगा.
अजहरुद्दीन ने इस मामले पर दी प्रतिक्रिया
मोहम्मद अजहरुद्दीन ने अपनी प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि वह इस मामले को अदालत में ले जाएंगे. अजहरुद्दीन ने कहा, “इसमें ‘हितों का कोई टकराव नहीं है.’ मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता, मैं इस स्तर तक नहीं गिरना चाहता. क्रिकेट जगत एसोसिएशन पर हंसेगा. हैदराबाद में क्रिकेटरों के साथ ऐसा व्यवहार किया जाता है. 17 साल तक क्रिकेट खेला, उसमें लगभग 10 साल टीम की कप्तान की. अब यह ऐसी स्थिति देखने को मिल रही है. हम 100% कोर्ट जाएंगे और कानून अपना काम करेगा.”
