पश्चिम बंगाल से एक अनोखा मामला सामने आया है। राज्य के हावड़ा जिले के सांकराइल की एक महिला ने कथित तौर पर पहले तो अपने पति को 10 लाख में किडनी बेचने के लिए मजबूर किया। पति की किडनी बेच कर जब पैसे मिल गए तो महिला उन पैसों को लेकर अपने प्रेमी के साथ भाग गई।
रिपोर्ट के मुताबिक महिला ने अपनी बेटी की शिक्षा और शादी के लिए पैसे जुटाने के लिए पति पर दबाव डाला था। काफी महीनों मना करने के बाद आखिरकार पति अपनी किडनी बेचने के लिए तैयार हो गया। फिर एक साल ढूढ़ने के बाद उसे अपनी किडनी का एक खरीददार मिल गया। व्यक्ति ने यह सोचते हुए अपनी किडनी बेच दी कि इससे उसकी बेटी और उसके परिवार की आर्थिक रूप से मदद होगी। लेकिन वह अपनी पत्नी के गलत इरादों से बेखबर था।किडनी बेचकर जैसे ही पति के पास 10 लाख रुपए आए। महिला नकदी को लेकर अपने प्रेमी के साथ भाग गई।
फेसबुक पर मिला था प्रेमी
पति अपने परिवार को किडनी बेचकर गरीबी से निकालने की योजना बना रहा है था। लेकिन उसकी पत्नी अपने भविष्य को लेकर कुछ और ही योजना बना चुकी थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक महिला बैरकपुर के रहने वाले एक चित्रकार से फेसबुक पर मिली थी। इसके बाद यह दोनों रिलेशनशिप में आ गए।
पत्नी के भागने के बाद पति ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दोनों को ढूंढ निकाला। इसके बाद पति अपनी 10 साल की बेटी को लेकर बैरकपुर पहुंचा लेकिन महिला ने घर के दरवाजे खोलने से ही इनकार कर दिया। महिला ने अपने पति को धमकी देते हुए कहा कि उसे जो समझ में आए वह वो कर ले। महिला ने कहा कि वह जल्दी ही उसे तलाक देगी।पति लगातार पूरे परिवार और अपनी बेटी के साथ उससे मिन्नतें करता रहा लेकिन महिला का दिल नहीं पसीजा। वह उनसे बात तक करने के लिए घर से बाहर नहीं निकली।
भारत में मानव अंगों की बिक्री 1994 से ही एक कानून के तहत अवैध है। लेकिन डॉक्टरों का मानना है कि दानदाताओं की कमी के कारण मानवीय अंगों की बिक्री लगातार जारी है।