गुजरात में बांग्लादेशी घुसपैठियों के ठिकानों पर हाल के दिनों में ताबड़तोड़ बुलडोजर ऐक्शन लेने वाले हर्ष सांघवी का प्रमोशन मिल गया है। बेहद कम उम्र में ही गुजरात की राजनीति में अपनी धमक कायम करने वाले सांघवी को डिप्टी सीएम बनाया गया है। इससे पहले वह राज्य के गृह राज्य मंत्री के रूप में काम करते हुए चर्चित हुए और अपने कामकाज से केंद्रीय नेतृत्व का भरोसा जीतने में कामयाब रहे। चर्चा यह भी है कि 2027 में भी भाजपा कमल खिलाने में कामयाब रही तो सांघवी को नेतृत्व सौंपा जा सकता है।
8 जनवरी 1985 को जन्मे हर्ष सांघवी 2012 में पहली बार विधायक बने थे। 27 साल की उम्र में गुजरात के सबसे युवा विधायक बनने वाले सांघवी अब 40 साल की उम्र में उपमुख्यमंत्री बनाए गए हैं। उम्र भले ही कम है, लेकिन सार्वजनिक जीवन में अनुभव की कमी नहीं। वजह यह है कि वह महज 15 साल की उम्र से छात्र संगठन से जुड़ गए थे। युवा मोर्चा में लंबे समय तक काम करने के बाद भाजपा में आए।
जैन समुदाय से आने वाले हर्ष सांघवी सूरत की माजुरा सीट से विधायक हैं। राज्य मंत्री के तौर पर उन्होंने गृह विभाग के अलावा, उद्योग, परिवहन और युवा-खेल मंत्रालयों की भी जिम्मेदारी संभाली। सांघवी की गिनती स्पष्ट और मजबूत रुख के साथ सरकार के कामकाज को आगे बढ़ाने वाले मंत्रियों में होती थी। हाल के दिनों में जिस तरह उन्होंने बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान के लिए अभियान का नेतृत्व किया और कई बड़ी अवैध बस्तियों पर बुलडोजर ऐक्शन लिया, उससे काफी चर्चा में थे।
चुनाव से पहले अहम फेरबदल, टीम में 25 मंत्री
राज्य में 2027 में विधानसभा चुनाव होना है। इससे पहले कैबिनेट का फेरबदल और विस्तार बहुत अहम माना जा रहा है। गांधीनगर में राज्यपाल ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की टीम में 25 मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। हर्ष सांघवी के अलावा अर्जुन मोढवाडिया, डॉ प्रद्युम्न वाजा, रमन भाई सोलंकी, ईश्वर सिंह, मनीषा वकील, प्रफुल्ल पानसेरिया, रीबावा जडेजा (क्रिकेटर रविंद्र जडेजा की पत्नी) आदि को मंत्री बनाया गया है। अभी तक पटेल की टीम में 16 सदस्य थे।