पंकज त्रिपाठी ने कहा कि इंडस्ट्री वालों को अपनी सोच और पर्सपेक्टिव बदलनी चाहिए। यहां ऐसी सोच है कि डॉक्टर है तो डॉक्टर की तरह दिखना चाहिए, इंजीनियर है तो इंजीनियर की तरह दिखना चाहिए। फिल्मों में अमीर बिजनेसमैन का रोल करने वालों का लुक ऐसे ही तैयार किया जाता है कि वो देखने में रिच लगें। पंकज त्रिपाठी ने कहा कि उन्हें यह कॉन्सेप्ट समझ नहीं आता।
पंकज ने कहा कि मान लीजिए कि मुकेश अंबानी इंडस्ट्रलिस्ट न होकर एक्टर होते। उन्हें फिल्म में बिजनेसमैन का रोल कभी नहीं मिलता। पंकज ने फिल्म इंडस्ट्री को आइना दिखाते हुए कहा कि लुक से किसी के प्रोफेशन का कोई ताल्लुकात नहीं होता।
ऑडिशन के वक्त कहा जाता है- कॉर्पोरेट या रिच लुक वाला बंदा चाहिए
पंकज त्रिपाठी ने ANI के एक पॉडकास्ट में कहा- ऑडिशन के वक्त ब्रीफ लिख कर आते हैं कि उन्हें कॉर्पोरेट या रिच लुक वाला बंदा चाहिए। अगर आप उस लुक में फिट बैठ रहे हो तभी आगे बढ़ने का चांस दिया जाता है।
हमने दुनिया को इस लुक्स के खेल में बांट रखा है। अब हम कटरीना कैफ को डॉक्टर के रोल में इमेजिन करते हैं, लेकिन आप दिल्ली एम्स में जाइए, वहां आपको एक भी कटरीना जैसी दिखने वाली डॉक्टर नहीं मिलेगी।
मुकेश अंबानी का लुक रिच नहीं, लेकिन वो सबसे अमीर आदमी हैं
पंकज त्रिपाठी ने यहां देश के सबसे बड़े उद्योगपति मकेश अंबानी क उदाहरण दिया। उन्होंने कहा- कल्पना कीजिए कि मुकेश भाई अंबानी इंडस्ट्रलिस्ट न होकर एक्टर होते। वो किसी रोल के लिए ऑडिशन देने जाते। उन्हें कभी भी फिल्म में इंडस्ट्रलिस्ट का रोल नहीं मिलता।
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पंकज ने कहा कि मुकेश अंबानी का रिच लुक नहीं है फिर भी सच्चाई तो यही है कि वो देश के सबसे अमीर आदमी हैं। इसलिए लुक्स वगैरह कुछ मायने नहीं रखता। पंकज ने कहा कि समाज में एक ऐसा परसेप्शन बन गया है कि अगर पुलिस वाला है तो वो वैसे ही सख्त टाइप दिखता होगा।
पंकज त्रिपाठी इन दिनों अपनी आने वाली फिल्म मैं अटल हूं को लेकर सुर्खियों में हैं। गुरुवार को इन्हें लेकर एक बड़ी खबर सामने आई। दरअसल पंकज ने चुनाव आयोग के नेशनल आइकन के पद से दिया इस्तीफा दे दिया है। चुनाव आयोग ने कहा कि एक्टर ने अपनी रजामंदी से ये पद छोड़ा है।