भारतीय खेलप्रेमियों के लिए पेरिस ओलंपिक से दिल तोड़ने वाली खबर आ रही है. भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट को फाइनल मुकाबले से पहले डिस्क्वालीफाई कर दिया गया है. सीएनएन न्यूज 18 के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार कुश्ती के 50 किग्रा वर्ग के फाइनल से पहले उनका वजन 50 ग्राम ज्यादा निकला है. अब वह फाइनल में नहीं उतर पाएंगी. इस तरह ना केवल भारत की झोली में आता गोल्ड मेडल हाथ से फिसल गया, बल्कि अब तो सिल्वर मेडल से भी हाथ धोना पड़ेगा.
भारतीय कुश्ती के दिग्गज पहलवान और कोच महाबली सतपाल ने इस मामले में कहा कि यह तो वाकई बहुत बुरी खबर है. लेकिन उन्होंने इस बात पर भी हैरानी जताई कि आखिर कैसे एक खिलाड़ी और कोच इतने लापरवाह हो सकते हैं कि मुकाबले से ठीक पहले वजन बढ़ा हुआ आए. महाबली सतपाल ने कहा वजन लेने की प्रक्रिया सबके सामने होती है. और यह खिलाड़ी और कोच की जिम्मेदारी है कि वजन पर नियंत्रण रखें. उन्होंने बताया कि नियम है कि मुकाबले से पहले खिलाड़ियों का वजन लिया जाता है. वहां मौजूद अधिकारी खिलाड़ी को इसके लिए आधे घंटे का समय देते हैं. अगर खिलाड़ी ओवरवेट निकलता है तो उसे अयोग्य घोषित कर दिया जाता है. प्रतियोगिता के नियमों के अनुसार अब महिलाओं के 50 किग्रा वर्ग में सिल्वर मेडल नहीं दिया जाएगा. इस कैटेगरी में केवल गोल्ड और ब्रॉन्ज मेडल दिए जाएंगे.
सतपाल ने कहा, पक्का गोल्ड जीतती विनेश
1982 नई दिल्ली एशियाई खेलों के गोल्ड मेडलिस्ट और कॉमनवेल्थ गेम्स के दो बार के चैंपियन महाबली सतपाल जो दो बार ओलंपिक में मेडल जीत चुके पहलवान सुशील कुमार के कोच और ससुर भी हैं ने विनेश फोगाट के साथ सहानुभूति जताते हुए कहा कि इस बार वह पक्का गोल्ड मेडल लेकर आने वाली थीं. महाबली सतपाल ने कहा कि यह ना केवल विनेश फोगाट का नुकसान है, बल्कि देश का भी एक गोल्ड मेडल आते-आते रह गया. ये मेडल भारत को पदक तालिका में काफी ऊपर पहुंचा देता.
क्या है वजन को लेकर नियम
ओलंपिक कुश्ती में मुकाबलों से पहले पहलवानों को अपना वजन कराना होता है. लेकिन अगर किसी वजन वर्ग के मुकाबले दो दिन में पूरे होते हैं तो दूसरे दिन भी मुकाबलों से पहले वजन किया जाता है. खासतौर से फाइनल में पहुंचने वाले पहलवानों का वजन दूसरे दिन भी किया जाता है. हर पहलवान को पहले दिन वजन कराने के लिए 30 मिनट का समय दिया जाता है. इस दौरान वो कई बार अपना वजन करा सकता है. इस दौरान पहलवान को केवल अपनी लड़ने वाली पोशाक पहनने की अनुमति होती है. दूसरे दिन वजन के लिए 15 मिनट का समय दिया जाता है.