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October 29, 2025 9:35 am

सोने-चांदी की रैली थमी: एक हफ्ते में सोना ₹9,356 और चांदी ₹4,417 सस्ती, क्या आगे बढ़ेगी कीमत?

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लगातार नौ हफ्तों से चल रही सोने की रैली इस सप्‍ताह थम गई. न्यूयॉर्क में शुक्रवार शाम स्पॉट गोल्ड 0.3% गिरकर 4,113.05 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ. वहीं, पूरे सप्ताह में सोने का भाव 3.3% गिरा. चांदी का भाव भी सप्‍ताह में सप्ताह 6% से अधिक टूट गया. भारतीय बाजार में भी सोने की कीमत एक हफ्ते में ₹9,356 रुपए घटकर ₹1,21,518 प्रति10 ग्राम पर आ गई है. 17 अक्टूबर को इसकी कीमत 1,30,874 रुपए के अपने अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई थी.

इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, 24 अक्टूबर को सोने की कीमत में 1,836 रुपए की गिरावट हुई. चांदी में 4,417 रुपए की गिरावट देखने को मिली और 1,47,033 रुपए प्रति किलोग्राम बिकी. सोने और चांदी की कीमतों में इस हफ्ते आई गिरावट के बाद अब सभी इस सवाल का जवाब तलाश रहे हैं कि आगे दोनों कीमती धातुओं की चाल कैसी होगी?

क्‍यों गिरा सोने का भाव?

ET की रिपोर्ट के अनुसार, बड़े घटनाक्रमों के मेल से सोने की तेजी थमी है. पहला कारण है मुनाफावसूली. गोल्ड-समर्थित ETF में पांच महीनों में सबसे बड़ी एक-दिवसीय निकासी इस सप्‍ताह देखी गई, जो इस बात का संकेत है कि संस्थागत निवेशक लगातार रिकॉर्ड ऊंचाइयों के बाद अपनी पोज़िशन घटा रहे हैं. दूसरा, डॉलर इंडेक्स लगातार तीन सत्रों से मज़बूती दिखा रहा है, जिससे अन्य मुद्राओं में लेन-देन करने वालों के लिए सोने की कीमतें महंगी हो गई हैं.
इसके अलावा, संभावित अमेरिका-चीन व्यापार समझौते को लेकर बढ़ता भरोसा भी डिफेंसिव निवेशों का आकर्षण घटा रहा है. केसीएम ट्रेड के चीफ़ मार्केट एनालिस्ट टिम वाटरर का कहना है कि अमेरिका और चीन के नेताओं के बीच संभावित मुलाकात व्यापारिक तनाव को कम करने का अच्छा मौका है, जो डॉलर को मज़बूत कर रही है और सोने की सुरक्षित निवेश मांग को कम कर रही है.

क्‍या और गिरेगा गोल्‍ड रेट?

सेक्‍सो कैपिटल मार्केट्स पीटीई की रणनीतिकार चारु चनाना का कहना है कि यह करेक्शन अब स्थिर होने की ओर है, लेकिन रिटेल निवेशकों की भारी भागीदारी अभी भी बाजार की अस्थिरता बढ़ा सकती है. उनका मानना है कि अगला बड़ा प्रतिरोध स्तर 4,148 डॉलर के करीब है, लेकिन यदि सोने को फिर से मजबूत उछाल पकड़ना है तो उसे 4,236 डॉलर प्रति औंस की दीवार मजबूती से पार करनी होगी.
वहीं, लॉन्‍ग टर्म में सोने में अब भी बहुत सी संस्‍थाएं अच्‍छी संभावनाएं देख रही हैं. जेपी मॉर्गन के विश्लेषण के मुताबिक, 2026 की चौथी तिमाही में सोने की कीमत औसतन $5,055 प्रति औंस तक पहुंच सकती है. बाजार और वैश्विक अनिश्चितताओं से बचने की कोशिश में निवेशक सोने की ओर रुख करेंगे, जिससे 2028 तक सोने की कीमतें $8,000 प्रति औंस के स्तर को भी पार कर सकती हैं.
DIYA Reporter
Author: DIYA Reporter

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