How To Identify A True Friend: दोस्ती का रिश्ता अनमोल होता है. ये एक रिश्ता होता है जिसे हम खुद से बनाते हैं और बिना किसी शर्त के निभाते भी हैं. कुछ दोस्तियां तो ऐसी होती हैं , जिनकी मिसालें दी जाती हैं. लेकिन कई बार जो आपका दोस्त है वो सच्चा ही हो ऐसा जरूरी नही है. कई बार लोग आपसे दोस्ती सिर्फ मतलब के लिए ही करते हैं. लेकिन दिल के साफ लोग ऐसे लोगों को पहचान ही नहीं पाते और बड़ा नुकसान करा लेते हैं.
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हर साल अगस्त का पहला रविवार दोस्ती के नाम होता है. इस साल Friendship Day 2025 3 अगस्त को मनाया जाएगा. तो चलिए इस खास मौके से पहले ये जानना बेहद जरूरी है कि आपकी लाइफ में जो लोग हैं, उनमें से कौन वाकई आपका भला चाहता है, और कौन सिर्फ मौकों का फायदा उठा रहा है. चलिए जानते हैं ऐसे ही 5 अहम संकेत, जो आपको बताएंगे कि कौन है आपका रियल फ्रेंड, और किस पर आंख बंद करके भरोसा किया जा सकता है.
हमेशा आपका साथ देना
एक सच्चा और पक्का दोस्त वही होता है जो हर सुख और दुख की घड़ी में हमेशा आपके साथ खड़ा हो. आपको जब भी उसकी फाइनेंशली या मेंटली जरूरत हो तो वो आपको सहारा दे सके. लेकिन अगर आपका दोस्त जरूरत पड़ने पर साथ नहीं है और आपको सपोर्ट करने के बजाए आपसे कटने लगता है, तो समझ जाएं कि वो फेक है और आपसे सिर्फ मतलब की दोस्ती निभा रहा है.
पीठ पीछे बुराई न सुनना
वैसे तो दोस्त एक दूसरे की तांग खींचने के लिए एक दूसरे को उल्टा-सीधा बोल देते हैं. लेकिन एक सच्चा दोस्त वो होता है जो आपके सामने भले ही आपकी बुराई करें लेकिन आपके पीठ पीछे बुराई न सुन सके. वहीं, जो आपका सच्चा दोस्त नहीं होगा वो आपकी बुराई सुनेगा भी और करेगा भी.
दोस्ती में ईमानदार रहना
दोस्ती में ईमानदारी बहुत जरूरी होती है. आपका ट्रू फ्रेंड वही होता है जो अपने दिल की बात आपसे बिना झिझक के कुछ भी कह सके, जो आपकी गलती पर आपको समझाए वही एक सच्चा दोस्त है. लेकिन अगर आपका दोस्त आपको गलती पर भी सही कह रहा है तो हो सकता है कि वो आपकी भलाई नहीं चाहता है.
आपकी सक्सेस से खुश होना
आज कल सभी के बीच कॉम्पिटिशन काफी बढ़ गया है. ऐसे में कई बार दोस्त ही दोस्त का दुश्मन बन जाता है और अपने ही दोस्त की सफलता देख जलने लगता है. अगर आपका दोस्त भी आपकी सफलता में खुश नही है तो वो फेक है. क्योंकि एक सच्चा दोस्त हमेशा अपने दोस्त की सक्सेस में खुश होता है और उसे आगे बढ़ने के लिए और मोटिवेट करता है.
कॉम्पिटिशन न करना
अगर आपका दोस्त आपसे हर चीज में कॉम्पिटिशन कर रहा है. जैसे आपके जैसे ही कपड़े पहनना, आपके जैसे ही चीजे लेना या तो इसका मतलब है को वो आपसे आगे निकलना चाहता है. वहीं, एक सच्चा दोस्त कभी भी अपने दोस्त से कॉम्पिटिशन नहीं करता है. वो उसकी चीजों में खुश रहता है.
