auruhana2.kz
autokolesa.kz
costacoffee.kz
icme2017.org
kenfloodlaw.com
Vavada
Chicken Road
카지노 사이트 추천
betify

Explore

Search

August 26, 2025 4:46 am

10 साल में दूसरी बार हुआ ऐसा……’विदेशी मेहमानों ने मई में बनाया खास रिकॉर्ड…….

WhatsApp
Facebook
Twitter
Email

साल 2025 में विदेशी निवेशकों ने अभी तक अपना पैसा निकाला ही है. दो महीने पहले तक ये आंकड़ा 1.20 लाख करोड़ रुपए के पार चला गया था. लेकिन अप्रैल और उसके बाद मई के महीने में विदेशी निवेशकों ने शेयर बाजार में निवेश करना शुरू किया. खास बात तो ये है कि मई के महीने में विदेशी निवेशकों ने एक खास रिकॉर्ड बनाया दिया है. बीते एक दशक में मई के महीने में साल 2025 विदेशी ने शेयर बाजार में दूसरा सबसे ज्यादा निवेश किया है. इससे पहले साल 2023 में देखने को मिला था, जब एफपीआई ने शेयर बाजार में 43 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा निवेश किया था. खास बात तो ये है कि इस बार डेट मार्केट भी लगातार दूसरे महीने पॉजिटिव देखने को मिला है. आइउ आपको भी बताते हैं कि आखिर विदेशी निवेशक पोर्टफोलियो की ओर से शेयर बाजार में कितना निवेश किया है.

Harms of Tobacco: महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए खतरनाक……’शरीर के अंगों को खराब कर देती है तंबाकू की लत…..

दशक का मई में दूसरा सबसे बड़ा निवेश

विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) का भारतीय शेयर बाजार पर भरोसा कायम है. अनुकूल आर्थिक संकेतकों तथा मजबूत घरेलू बुनियाद के चलते एफपीआई ने मई में भारतीय शेयरों में 19,860 करोड़ रुपए का निवेश किया है. डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल में एफपीआई ने शेयरों में 4,223 करोड़ रुपए का शुद्ध निवेश किया था. वहीं इससे पहले मार्च में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने शेयरों से 3,973 करोड़ रुपए, फरवरी में 34,574 करोड़ रुपए और जनवरी में 78,027 करोड़ रुपए निकाले थे.

डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, एफपीआई ने मई में शेयरों में 19,860 करोड़ रुपए का शुद्ध निवेश किया है. जोकि बीते दशक का दूसरा सबसे बड़ा मई के महीने में निवेश है. इस ताजा प्रवाह के बाद 2025 में शेयरों से एफपीआई की निकासी का आंकड़ा घटकर 92,491 करोड़ रुपए रह गया है. अप्रैल में भारतीय शेयर बाजार में एफपीआई की गतिविधियों में तेजी देखी गई. अप्रैल के मध्य में शुरू हुई लिवाली का सिलसिला मई में भी जारी रहा, जो निवेशकों के नए भरोसे को दर्शाता है. समीक्षाधीन अवधि के दौरान शेयर के अलावा एफपीआई ने बॉन्ड में सामान्य सीमा के तहत 19,615 करोड़ रुपए और स्वैच्छिक प्रतिधारण से 1,899 करोड़ रुपए का निवेश किया है.

क्या कह रहे हैं जानकार

जियोजीत इन्वेस्टमेंट के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा कि आगे चलकर एफपीआई भारत में अपना निवेश जारी रखेंगे. हालांकि, उच्चस्तर पर वे बिकवाली कर सकते हैं. मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट के एसोसिएट निदेशक – प्रबंधक शोध हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि मई में एफपीआई प्रवाह के कई कारक रहे हैं. वैश्विक स्तर पर, अमेरिकी मुद्रास्फीति में कमी और फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों ने भारत जैसे उभरते बाजारों को और अधिक आकर्षक बना दिया है.

घरेलू स्तर पर, भारत की मजबूत सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि, कंपनियों के बेहतर तिमाही नतीजे और नीतिगत सुधारों की वजह से निवेशकों का भरोसा बढ़ा है. विजयकुमार ने कहा कि डॉलर में गिरावट, अमेरिकी और चीनी अर्थव्यवस्थाओं में सुस्ती, जीडीपी की ऊंची वृद्धि, घटती मुद्रास्फीति और ब्याज दरें, जैसे घरेलू वृहद कारक भारत के प्रति एफपीआई का आकर्षण बढ़ा रहे हैं. विभिन्न क्षेत्रों की बात की जाए, तो एफपीआई ने मई के पहले पखवाड़े में वाहन, कलपुर्जा, दूरसंचार और वित्तीय क्षेत्र में निवेश किया है.

ताजा खबरों के लिए एक क्लिक पर ज्वाइन करे व्हाट्सएप ग्रुप

Leave a Comment

Advertisement
लाइव क्रिकेट स्कोर
ligue-bretagne-triathlon.com
pin-ups.ca
pinups.cl
tributementorship.com
urbanofficearchitecture.com
daman game login